भमोरा (बरेली)। लाखों के सोने के आभूषण पहनने वाले गोल्डन बाबा का बुधवार को दिल्ली में निधन हो गया। बता दें कि गोल्डन बाबा बरेली के भमोरा में स्थित खेड़ा मढ़ी के तीन साल तक महंत रहे थे। इससे मढ़ी पर सन्नाटा छाया हुआ है। उनके शिष्यों में शोक की लहर है। बताते हैं कि बाबा बीते कई दिनों से बीमार थे और दिल्ली में ही उनका इलाज चल रहा था।
गोल्डन बाबा अर्थात बाबा गोल्डनपुरी को जूना अखाड़ा ने 2016 से 2019 तक खेड़ा मढ़ी का महंत बनाया गया था। बाद में कुंभ मेले में संतों की पंचायत में इस मढ़ी के महंत को बदल दिया गया। इस मढ़ी से जुड़ी ढाई सौ बीघा जमीन है। गांव कुड्ढा के प्रधान आदेश यादव ने बताया कि बाबा कई किलो सोने के जेवर पहनते थे, वह जब भी मढ़ी पर आते तो साधुओं को खर्च करने के लिए काफी धन देकर जाते थे।
बाबा के श्रद्धालुओं एवं क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि बाबा बेटियों की शादियों में भी जमकर दान देते थे। मढ़ी से जुड़े सुन्दर लाल राठौर, आदेश यादव, आदि ने बताया कि बाबा दिल्ली के एक बड़े उद्योगपति के रूप में भी जाने जाते थे। बीती 9 जून 2016 को कुड्ढा के प्रधान आदेश यादव की बहन के गोल्डन बारात घर में आयोजित शादी समारोह में भी गोल्डन बाबा शामिल हुए थे। बाबा ने कन्या के लिए दान भी दिया था। बैराग्य होने पर वह और उनकी पत्नी संत समाज से जुड़ गए। उनकी मौत से अनुयायियों में शोक है।