कोलंबो। श्रीलंका में 21 अप्रैल 2019 को ईस्टर पर हुए आतंकवादी हमले के तार सीधे तौर पर भारत से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। श्रीलंका के सेनाध्यक्ष ने शनिवार को जो कहा उससे तो यही लगता है। उन्होंने बताया कि सिलसिलेवार बम धमाकों को अंजाम देने वाले कुछ आत्मघाती हमलावरों ने “कुछ प्रकार के प्रशिक्षण” या अन्य विदेशी संगठनों के साथ “संबंध” बनाने के लिए भारत में कश्मीर और केरल का दौरा किया था।
ऐसा पहली बार है जब श्रीलंका के किसी शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने इस बात की तस्दीक की है कि श्रीलंकाई चर्चों और पांच सितारा होटलों पर हमलों को अंजाम देने वाले कुछ गुनहगारों ने भारत का दौरा किया था।
गौरतलब है कि 21 अप्रैल को एक महिला समेत नौ आत्मघाती हमलावरों ने तीन चर्चों और तीन होटलों को निशाना बनाकर सिलसिलेवार बम धमाकों को अंजाम दिया था। दुनियाभर को हिला देने वाली इस आतंकी वारदात में 253 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 500 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हाल ही में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े एक संदिग्ध आतंकवादी को केरल से गिरफ्तार किया था। एनआईए के वरिष्ठ अधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि श्रीलंका में आतंकी हमले के मास्टरमाइंड जहरान हाशिम से इन लोगों के संपर्क के सबूत मिले हैं जिसकी गहराई से जांच की जा रही है।
आपको याद होगा कि श्रीलंका में बम विस्फोटों को लेकर भारत ने पहले ही आगाह किया था। भारत की ओर से हमले के दस दिन पहले इसकी चेतावनी दी गई थी। भारत ने ना सिर्फ आत्मघाती हमलों के बारे में सूचित किया था, बल्कि इस हमले को अंजाम देने वाले समूह, उसके नेता और कुछ अन्य शामिल सदस्यों के बारे में भी बताया था। भारत द्वारा जारी तीन पेज की एडवाइजरी में आतंकी समूह नेशनल थोहेथ जमात का नाम भी बताया गया था।