New Delhi: Union Minister of Finance Arun Jaitley gestures as he addresses a press conference at the party headquarters in New Delhi, Monday, March 25, 2019. (PTI Photo/Kamal Kishore) (PTI3_25_2019_000170B)

नई दिल्‍ली। लोकसभा चुनाव प्रचार की गर्मा-गर्मी के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला। राहुल गांधी के कारोबारी साझेदार रहे यूलरिक मैकनाइट को संप्रग सरकार के दौरान ऑफसेट्स डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए फायदा पहुंचाए जाने के कथित खुलासे को लेकर सामने आई एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए जेटली ने कहा कि यह एक ऐसे शख्‍स (राहुल गांधी) की कहानी है जो कभी “डिफेंस डील को आगे बढ़ाने वाला” बनना चाहता था लेकिन अब देश का प्रधानमंत्री बनना चाहता है। 

गौरतलब है कि इस मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि संप्रग सरकार के दौरान राहुल गांधी के पूर्व कारोबारी साझेदार यूलरिक मैकनाइट की सहयोगी कंपनियों को फ्रांस की नेवल ग्रुप कंपनी नेवल ग्रुप के ऑफसेट पार्टनर के रूप में रक्षा ठेका मिला था। यह ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट स्कॉर्पियन सबमरीन को लेकर हुआ था। इस खबर के सामने आते हुए भाजपा आक्रामक हो गई है।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, “राहुल गांधी के ‘मिडास टच’ के साथ कोई भी सौदा बहुत अधिक नहीं है। जब वह सत्ता में थे तो उनके कारोबारी साझेदार फायदा ले रहे थे। भारत को भले की खामियाजा भुगतना पड़े, इन लोगों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।“


जेटली ने राहुल गांधी और प्रिंयका गांधी पर बैकआप्स कंपनी को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए, इस कंपनी में राहुल गांधी की भागीदारी पर सवाल खडे किए। उन्‍होंने कहा कि यह कंपनी लाईजिनिंग का काम करती है, जिसका काम पैसे लेकर काम कराना है। इस कंपनी मे राहुल गांधी के 65 प्रतिशत शेयर थे लेकिन वह 2009 में इस कंपनी से निकल गए और उनका इस कंपनी से बाहर निकलने का कारण क्या है इसे समझा जा सकता है लेकन उनके (राहुल के) पूर्व सहयोगी इस कंपनी के जरिये काम करते हैं। अरुण जेटली ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि राहुल गांधी और कांग्रेस इसका जवाब देंगे।

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