नई दिल्ली। (Questions on Vikash Dubey Enocunter) पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपित गैंगेस्टर विकास दुबे की एनकाउंटर में मौत को लेकर सवाल उठ रहे हैं। अब यह मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पहुंच गया है। राजनीतिक टिप्पणीकार तहसीन पूनावाला ने विकास दुबे के एनकाउंटर के खिलाफ आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है। गौरतलब है कि 60 से अधिक संगीन मामलों में नामजद विकास दुबे पुलिस के अनुसार शुक्रवार सुबह उस समय मारा गया जब वाहन पलटने के बाद उसने एक पुलिस अधिकारी की पिस्टल लूटकर भागने की कोशिश की।

तहसीन पूनावाला नेट्वीट कर मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकारी आयोग ले  जाने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “मैंने यूपी के नेताओं, योगी आदित्यनाथ सरकार और यूपी के पुलिस पदाधिकारियों को बचाने के लिए तय स्क्रिप्ट के तहत शुक्रवार सुबह हुए विकास दुबे कथित फर्जी एनकाउंटर के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है।” उनकी शिकायत एचआरसी नेट पोर्टल की डायरी नंबर 10210 / IN / 2020 में प्राप्त हुई है।

तहसीन पूनावाला ने उठाए पांच सवाल

तहसीन ने अपने ट्वीट में शिकायत की कॉपी भी अटैच की है जिसमें एनकाउंटर को लेकर पांच सवाल उठाए गए हैं-
1. सड़क बिल्कुल सपाट और अच्छी है तो फिर एसयूवी पलट कैसे गई?
2. विकास दुबे शारीरिक रूप से तंदुरुस्त नहीं था, बावजूद इसके वह बेहद तंदुरुस्त पुलिस वालों को धक्का देकर पलटी हुई गाड़ी से निकल कैसे गया, खासकर तब जब आरोपित को पुलिसवालों के बीच में बिठाया जाता है?
3. विकास दुबे इतना बड़ा खूंखार अपराधी था, फिर भी उसके हाथ बंधे क्यों नहीं थे?
4. विकास दुबे ने जो पिस्टल पुलिस वाले से छीना, वह वर्दी के साथ अटैच क्यों नहीं था?
5. विकास दुबे की गाड़ी में साथ जा रहे पुलिस वाले क्या कर रहे थे?

यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप

तहसीन पूनावाल ने कहा कि उनके द्वारा किए गए ये सवाल गंभीर संदेह पैदा करते हैं कि विकास दुबे के सरेंडर के बाद उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। पूनावाला ने आयोग से इस पर संज्ञान में लेते हुए उचित कार्रवाई करने की उम्मीद जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस अपने अवैध और असंवैधानिक व्यवहार के लिए चर्चित रही है और इस व्यवहार के चलते उस पर अदालतों और मानवाधिकार आयोग में पहले से ही कई शिकायतें दर्ज हैं।

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