लखनऊ। कानपुर के बिकरू कांड में फरार आरोपित 50 हजार के इनामी शशिकांत उर्फ सोनू पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद लूटी गई इंसास, एके 47 रायफल और कारतूस उसकी निशानदेही पर बरामद कर लिये गए हैं। शशिकांत के पिता प्रेमकुमार पांडेय को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कहा कि लूटी गई रायफलें शशिकांत ने ही विकास के और अपने घर में छिपाई थीं।
कानपुर एनकाउंटर मामले में उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी। इस 2 जुलाई 2020 की रात हुए इस जघन्य कांड में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद सरकारी असलहा भी लूट लिया गया था। संबंध में थाना चौबेपुर में अपराध संख्या 192/20, धारा 147, 148, 149, 302, 307, 120 बी, 415 आईपीसी व सातवें क्रिमिनल लॉ संशोधन एक्ट के तहत मामला पंजीकृत किया गया था।
मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई थीं। सोमवार देर रात एसओजी टीम, शिवराजपुर पुलिस और रेलवे बजार पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर वांछित अभियुक्त व 50 हजार के इनामी बदमाश शशिकांत को रात 2:50 बजे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि चौबेपुर के एसएचओ के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में जो भी कार्रवाई होगी, नियम व कानून के अनुसार होगी।
शशिकांत ने बताया कि पुलिसकर्मियों से लूटा गया असलहा विकास के कहने पर उसके और विकास के घर में छिपा दिया गया था। उसकी निशानदेही पर विकास के घर से एके-47 राइफल मय 17 कारतूस और शशिकांत के घर से इंसास राइफल और 20 अदद कारतूस बरामद किए गए। बरामद की गई एके-47 राइफल और उसके 17 कारतूस तथा इंसास राइफल और 20 कारतूस सरकारी हैं।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में 21 अभियुक्त नामजद थे जिनमें से ज्ञान यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री और शशिकांत दुबे को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपित विकास दुबे समेत 6 अभियुक्त एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। 11 अभियुक्तों की तलाश जारी है। दो अभियुक्त गुड्डन त्रिवेदी और सोनू जो महाराष्ट्र से पकड़े गए हैं, उन्हें रिमांड पर लेकर पुलिस उत्तर प्रदेश आ रही है जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।