बरेली। गांव भगनापुर में पोषण मिशन से जुड़े एक जच्चा-बच्चा की देखभाल के संबंध में संबंधी एक रोचक बात सामने आई। इससे विशेेष सचिव से लेकर वहां मौजूद दूसरे अधिकारी भी भौचक्क रह गए।
ब्लाक प्रमुख देवेंद्र सिंह और प्रधान गीता देवी के पति डा. एसपी सिंह ने बताया कि गांव में महिलाएं घरों में प्रसव को प्राथमिकता देती हैं और उसके लिए परमानेंट स्तर पर यहां दो दाई भी हैं। डिलीवरी के वक्त तुरंत बुलवाए जाने पर एक उम्रदराज दाई हाजिर भी हुई। उसने बताया कि अब लोग प्रसूता को अस्पताल नहीं ले जाते। वही यहां सबकुछ कर-करा देती है। हां, बेटा हुआ तो 500 और बेटी हुई तो 400 मिल जाते हैं। दूसरी ओर गांव गोकिलपुर में आंगनबाड़ी वर्कर राजरानी ने बताया कि बीते जनवरी से अब तक आठ बच्चे पैदा हुए। इनमें से सिर्फ एक प्राइवेट अस्पताल में हुआ जबकि अन्य यहीं घर में।