नई दिल्ली । देश में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के संभावित खतरे के मद्देनजर शनिवार को गृह मंत्रालय की ओर से एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस अहम बैठक में आईएसआईएस के खतरे से निपटने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार करने की बात की जा रही है। इसमें 12 राज्यों के गृह सचिव और डीजीपी मौजूद थे। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव ने की।
सूत्रों के अनुसार, दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस अब भारत के लिए भी खतरा बनता जा रहा है। देश के कई राज्यों में आईएसआई के पनपते नेटवर्क का खुलासा होने के बाद सरकार इसे रोकने की कोशिश में जुट गई है।
आज दोपहर हुई इस बैठक में आईएसआईएस के झंडे लहराए जाने की घटनाओं के अलावा कई अन्य मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि बैठक में आईएसआईएस से निपटने की रणनीति पर चर्चा हुई। गृह मंत्रालय ने कश्मीर में पाकिस्तान और आईएसआई के झंडे लहराने और सोशल मीडिया पर भारत विरोधी प्रचार किया जाने के मद्देनजर सख्त कदम उठाने के संकेत दिए हैं।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां और विदेश में बैठे कुछ लोग भारतीय मुस्लिम युवकों की आईएसआईएस में भर्ती करवा रहे हैं। इंडियन मुजाहिद्दीन के कुछ लोग भी भर्ती करने लिए लोगों से संपर्क कर रहे हैं। हाल में एक अमरीकी मीडिया ग्रुप ने खुलासा किया था कि आतंकी संगठन आईएसआईएस अमरीका से अपनी आखिरी जंग लड़ने की तैयारी कर रहा है।
इसके मद्देनजर आईएसआईएस से अब भारत पर भी खतरा मंडराने लगा है। कश्मीर में भी कई बार आईएसआईएस का झंडा लहराए जाने की खबरें भी सामने आई हैं। इससे साफ है कि इस आतंकी संगठन ने धीरे धीरे अब भारत में पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।
बीते दिनों सामने आई एक अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआईएस भारत पर हमले की योजना बना रहा है। वहीं, भारतीय मुसलमानों को बरगलाकर भर्ती करने की रिपोर्ट भी सामने आई है। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसर, इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) आईएसआईएस में भर्ती के लिए भारतीय मुसलमानों को बरगलाने का काम कर रहा है।
वहीं, ऐसी खबरें हैं कि आईएसआईएस अब आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा से हाथ मिला चुका है। गौर हो कि भारत से कुछ युवक आईएसआईएस में शामिल होने के लिए इराक और सीरिया जा चुके हैं।