विशाखापत्तनम, 6 फरवरी। अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू का शनिवार सुबह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भव्य आगाज हो गया। इस मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
इस बीच डरावनी खबर यह है कि इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू 2016 पर आतंकी हमले का साया भी मंडरा रहा है। आंध्र से सटी बंगाल की खाड़ी में चल रहे इस आयोजन से जुड़े नेवी के एक अधिकारी के मुताबिक ऐसे आयोजन को एक्सप्लोसिव्स से लदी छोटी बोट से निशाना बनाया जा सकता है।
फ्लीट रिव्यू एक रस्म और नौसेना के युद्धपोतों का एक भव्य निरीक्षण है। यह निरीक्षण भारतीय सशस्त्रबलों के प्रमुख यानी देश के राष्ट्रपति करते हैं। सभी सशस्त्रबलों के प्रमुख के तौर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नौसेना के युद्ध पोतों का निरीक्षण किया। इस क्रम में वह आईएनएस सुमित्रा पर सवार हुए और भारतीय नौसेना के 71 जहाजों वाले बेड़े का निरीक्षण किया। राष्ट्रपति के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और तीन अन्य सेवा प्रमुख भी आईएनएस सुमित्रा पर मौजूद थे।
फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना के 71 जहाज हैं, जिसमें दोनों विमानवाहक आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विराट भी शामिल हैं। आईएनएस विराट हालांकि जल्द ही भारतीय नौसेना बेड़े को अलविदा कह देगा। इस अंतर्राष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा में लगभग 50 देशों की नौसेनाएं और 24 विदेशी जहाज हिस्सा ले रहे हैं। भारत दूसरी बार इसकी मेजबानी कर रहा है जो अब तक देश की मेजबानी में पहला सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है।
इससे पहले 2001 में दिवंगत राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में मुंबई में बेड़ा समीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था। रिटायर होने जा रहे भारतीय नौसेना के आईएनएस विराट का यह आखिरी सफर होगा। रिव्यू के दौरान सभी देशों की नेवी के अफसर बीच समुद्र में मैराथन बैठक करेंगे। आजादी के बाद से अब तक भारतीय नौसेना अपने सुप्रीम कमांडर के लिए 10 बार फ्लीट रिव्यू कर चुकी है। 1953 में पहली बार भारत ने फ्लीट रिव्यू किया था।