rbiमुंबई, 16 मार्च। रिजर्व बैंक ने करोड़ों बचत खाता धारकों के हित में निर्देश देते हुए बैंकों से कहा है कि वह बचत खातों में प्रत्येक तिमाही अवधि में ब्याज का भुगतान करें। वर्तमान में बैंकों के बचत खाते में प्रत्येक छमाही ब्याज का भुगतान किया जाता है। हालांकि, बचत खाते में एक अप्रैल 2010 से प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज की गणना की जाती है।

रिजर्व बैंक ने 3 मार्च को जारी मास्टर सर्कुलर में कहा कि घरेलू बचत खाता जमा पर ब्याज प्रत्येक तिमाही और इससे भी कम अवधि में जमा किया जाना चाहिए। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक जहां बचत खाता जमा पर चार प्रतिशत की दर से ब्याज का भुगतान करते हैं, वहीं निजी क्षेत्र के बैंक छह प्रतिशत तक ब्याज की पेशकश करते हैं।

ajmera institute of media studies, bareillyबैंकों को यह आजादी दिए जाने के साथ रिजर्व बैंक ने यह भी कहा कि एक लाख रुपये तक की जमा पर समान ब्याज दर की पेशकश की जानी चाहिए। इससे अधिक राशि की जमा पर बैंकों को अलग-अलग ब्याज देने की अनुमति होगी।

विश्लेषकों के अनुसार जितनी कम अवधि होगी, उतना ही जमा रखने वालों को फायदा होगा। बैंकों को ग्राहकों को अधिक राशि देनी होगी। एक अनुमान के अनुसार बचत खाते में कम अवधि में ब्याज भुगतान करने से बैंकों पर 500 करोड़ रुपये का बोझ पड़ सकता है।

By vandna

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