नयी दिल्ली। शावना पांड्या इस हफ्ते चर्चा में थीं कि वे कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद अंतरिक्ष में जाने वाली तीसरी इंडियन लड़की होंगी। भारतीय मूल की कैनेडियन सिटीजन शावना ने हालांकि कहा है कि वे स्पेस में नहीं जा रही हैं। अपने ट्विटर पर और फेसबुक पोस्ट में उन्होंने इसे लेकर स्पष्टीकरण दिया है।
Thank you for all the good wishes! Now to just clear up a few misconceptions that have been circulating…
Shawna 🚀🔭☄ pic.twitter.com/lfyCJJid6I
— Dr. Shawna Pandya (@shawnapandya) February 9, 2017
उन्होंने लिखा :-
आप सभी ने जो हाल में मुझे इतना प्यार और साथ दिया, उसके लिए शुक्रिया। स्पेस के बारे में आप सबका इतना उत्साह और इंट्रेस्ट देखकर बहुत अच्छा लगा। मेरे पास बहुत सारे मैसेज आ गए हैं, पढ़ तो नहीं पाई सारे पर कुछ दिनों में पढ़ डालूंगी।
पिछले 24 घंटों में जो ढेर सारी मीडिया रिपोर्ट और इंटरव्यू मेरे बारे आएं, उनके बारे में मैं सबकी कन्फ्यूजन दूर कर रही हूं।
1. मैं ‘प्रोजेक्ट पोसम’ (PoSSUM) और ‘फेनम प्रोजेक्ट’ में एक सिटिजन-साइंटिस्ट एस्ट्रोनॉट के तौर पर काम करती हूं और इस भूमिका में मेरे पास कोई नया असाइनमेंट, मिशन नहीं आया है। हालांकि मैं अपने दोनों प्रोजेक्ट्स के लिए पूरा समर्पित हूं।
2. मेरा काम, कैनेडा स्पेस एजेंसी और नासा के कामों से अलग है, और मेरे काम को उनके जैसा नहीं बताना चाहिए। कनाडा के स्पेस एजेंसी एस्ट्रोनॉट के लिए सेलेक्शन अभी भी चल रहे हैं, इस साल उसके रिजल्ट आ जाएंगे। मैं इस सलेक्शन का हिस्सा नहीं हूं। हां, मैंने नासा-जॉनसन स्पेस सेंटर में इंटर्नशिप की थी लेकिन मेरा अभी उन दोनों ही ऑर्गनाइजेशन से कोई ताल्लुक नहीं है।
3. मैं एक न्यूरोसर्जन भी नहीं हूं, मैंने थोड़े दिन के लिए न्यूरोसर्जन के लिए ट्रेनिंग ली थी लेकिन मैं एक जनरल फिजीशियन के तौर पर काम कर रही हूं।
4. मैं ओपेरा सिंगर भी नहीं हूं। मैंने एक बार ऐसे ही ओपेरा गाया था, लेकिन एक बार गाने से कोई सिंगर थोड़े न हो जाता है।
मैं आगे भी एक फिजीशियन, स्पीकर और सिटिजन-साइंटिस्ट एस्ट्रोनॉट के तौर पर काम करती रहूंगी।
कौन हैं शावना:
शावना पांड्या। पैदाइश कनाडा की, मां-बाप मुंबई के, शावना कनाडा के अल्बर्टा यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में जनरल फिजीशयन के पद पर तैनात हैं। वो एक धाकड़ एस्ट्रोनॉट हैं और दो स्पेस मिशन की तैयारी में लगी हैं।
7 फरवरी 2017 को शावना मुंबई में थीं और लीलावतीबाई पोद्दार स्कूल के बच्चों से मुखातिब थीं। शावना और बच्चे आपस में खूब बतियाए, स्पेस में ज़ीरो ग्रेविटी से लेकर आउटर स्पेस तक। बच्चों ने शावना से स्पेस के बारे में जानने का कोई मौका नहीं छोड़ा.
एक इंटरव्यू में बात करते हुए शावना ने कहा कि “अगर आप अपने पैशन और काम को आगे रखते हैं, तो आप क्या कुछ नहीं अचीव कर सकते। जब मैं इंडिया में मेडिकल अंडरग्रैजुएट्स और स्टूडेंट्स से बात करती हूं तो मुझे लगता है उनके अंदर बहुत कुछ करने की ललक है, और टैलेंट भी। बस कमी है तो सही डाइरेक्शन में आगे बढ़ने की। इसके लिए उन्हें साइंस में हर दिन हो रही नई चीजों के बारे में अपडेट रहना पड़ेगा। हमेशा कुछ बड़ा पाने के लिए काम करते रहने पड़ेगा। ”