बरेली। जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने बिशप मंडल कालेज में बोर्ड परीक्षा हेतु केन्द्र व्यवस्थापकों के साथ बैठक कर नकल विहीन परीक्षा हेतु हर सम्भव कार्यवाही की बात कही। पूरे जनपद को 8 जोन के अन्तर्गत 17 सेक्टर में बॉटकर मजिस्ट्रेट लगाये गये हैं। इसके अतिरिक्त नकल की दृष्टि से संवेदनशील केन्द्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि समुचित पुलिस फोर्स रहेगा। मोबाइल फोर्स भी रहेगा। पुलिस के 100 नम्बर गाड़ियॉ रहेंगी।
डीएम सुरेन्द्र सिंह ने केन्द्र व्यवस्थापकों से कहा कि परीक्षा केन्द्र पूर्णतः सेनेटाइज हो, ऐसी कोई चीज नही हो जिससे किसी परीक्षार्थी, कक्ष निरीक्षक या अन्य को परीक्षा की शुचिता प्रभावित करने में मदद मिले। शौचालय स्वच्छ रखे। परीक्षा केन्द्र पर तैनात हर कार्मिक का आई-कार्ड हो। आवश्यक कार्मिक ही रखे जाये। चतुर्थ श्रेणी कार्मिक का कार्य हो जाता है और वह कुछ समय के लिये खाली रहता है तो उसे बाहर फोर्स के पास स्थान निर्धारित कर बैठाये। अनावश्यक रुप से कोई व्यक्ति केन्द्र में नही टहलना चाहिये।
ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल जिनके आस-पास खाली खेत है वहॉ 200 मीटर परिधि पर लाल झण्डी लगवायें ताकि उसके भीतर अनाधिकृत व्यक्ति नहीं आये। केन्द्र के बाहर पुलिस सख्ती से इसका पालन करायेगी। एसडीएम अपने क्षेत्र में धारा 144 लागू करे। परीक्षा कक्ष के बाहर पीने का पानी की व्यवस्था हो। परीक्षा के शुरुआत केन्द्र में प्रवेश के समय परीक्षार्थी की गहन सर्च हो। बालिकाओं की सर्च के लिए महिला शिक्षिका लगाये। कक्ष निरीक्षक या अन्य कोई भी कार्मिक परीक्षा में मोबाइल लेकर नही जायेगा। परीक्षा कक्ष की खिड़की खुली रहेगी। पारदर्शिता होनी चाहिए।
यदि कोई छात्र बार-बार पेशाब घर जाता है तो उस पर भी निगाह रखे। जिलाधिकारी ने बताया कि नकल की सम्भावना वाले स्कूलों व इसमें सम्भावित लिप्त व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है उनकी गतिविधियों पर विभिन्न स्रोतों से नजर रखी जायेगी। परीक्षार्थी को केन्द्र तक छोडने आने वाले अभिवावक, व्यक्ति केन्द्र से 200 मीटर दूरी पर ही छोड़कर जाये। डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि नकल विहीन परीक्षा हेतु कार्य करने वाले किसी भी निर्देष व्यक्ति का उत्पीड़न नही होने दिया जायेगा।
उन्होने कहा कि यदि किसी केन्द्र पर एक कक्ष में नकल होती है तो उसमें कक्ष निरीक्षक, दो कक्षों में नकल होती है तो केन्द्र व्यवस्थापक, तीन कक्षों में होती है तो वहॉ तैनात स्टेटिक मजिस्ट्रेट तथा दो से अधिक सेन्टरों पर नकल होती है तो वहॉ का सेक्टर मजिस्ट्रेट की संलिप्तता भी मानी जायेगी। बैठक में उपस्थित उपजिलाधिकारियों को भी डीएम ने संकेत दिया कि नकल विहीन परीक्षा हर हाल में हो इसके लिये जो भी सख्ती करनी है करें। जिलाधिकारी ने केन्द्र व्यवस्थापकों से भी उनकी समस्यायें,दिक्कतों को पूछा और तत्काल उनका निराकरण कराया।