नई दिल्ली। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का गोवा का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय हो गया है। इसके लिए वह रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देंगे। पर्रिकर ने आज गोवा के राज्यपाल से मुलाकात की और विधायकों के समर्थन से जुड़ा पत्र उन्हें सौंपा। गोवा में विधानसभा की 40 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 21 विधायकों का समर्थन चाहिए। भाजपा के पास 13 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए उसे 8 और विधायकों का समर्थन चाहिए। अन्य छोटे दल पर्रिकर के नाम पर अपना समर्थन देने पर सहमत हो गए हैं।
Manohar Parrikar with BJP MLAs, 3 MGP MLAs,3 Goa Forward Party MLAs& 3 other Independent MLAs met Goa Guv & staked claim to form government.
— ANI (@ANI) March 12, 2017
इससे पहले मीडिया में खबरें आईं कि रक्षा मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, पर्रिकर ने राज्यपाल से मिलकर लौटते समय स्पष्ट किया कि उन्होंने अभी इस्तीफा नहीं दिया है। पर्रिकर थोड़ी देर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। समझा जाता है कि संवाददाता सम्मेलन में पर्रिकर अपने इस्तीफे की औपचारिक घोषणा करेंगे।
गौरतलब है कि गत शनिवार को गोवा सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आए. गोवा में भाजपा को 18 सीटें मिली हैं। इस राज्य में उसे और सीटें आने की उम्मीद थी।
We have decided to support BJP to form the Govt under leadership of Manohar Parrikar:Vijay Sardesai,Goa Forward Party #Goa pic.twitter.com/aIPVdd4VOT
— ANI (@ANI) March 12, 2017
‘भाजपा के पास 21 विधायकों का समर्थन’
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि गोवा में किसी को बहुमत नहीं मला है। मनोहर पर्रिकर को मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी समर्थन देने के लिए तैयार हो गए हैं। हमने विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंप दिया है। अभी भाजपा के पास 21 विधायकों का समर्थन है। गडकरी ने कहा कि पर्रिकर रक्षा मंत्री के तौर पर अच्छा काम कर रहे थे।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कुल 22 विधायकों के साथ पर्रिकर आज राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार का दावा पेश करेंगे। आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी गोवा पहुंचे और सरकार बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की। रक्षा मंत्री पद से पर्रिकर के इस्तीफे के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में आने वाले समय में फेरबदल हो सकता है।
कांग्रेस भी लगी है सरकार गठन की कवायद में
नतीजों के बाद जहां कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा ठोंक दिया है। इस बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा कि क्या यही वो पार्टी है जो नैतिकता की बात करती है? वो हार चुके हैं और हॉर्स ट्रेडिंग कर रहे हैं। मंत्री बनाने का ऐसा वादा कर रहे हैं जैसे मिठाई बांट रहे हों।
उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि अगर आपके पास 21 से ज्यादा विधायक हैं, हम विपक्ष में बैठने को तैयार हैं लेकिन यह जनादेश की विरोध है। कांग्रेस के दावे को लेकर कहा कि हम गैरभाजपा विधायकों से संपर्क में हैं और हमारे पास समर्थन है।