फीचर डेस्क, बरेली। योगी आदित्यनाथ अब संन्यासी के साथ ही ‘राजा‘ भी बन गये हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के लोगों को उनके बारे में जानना चाहिए, कि आखिर कौन हैं योगी आदित्य नाथ। योगी आदित्यनाथ कट्टर हिन्दुत्व की छवि रखने वाले और पूर्वांचल में गहरी पैठ वाले नेता हैं। वह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक हैं तो अन्य कई हिन्दू संगठनों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। दस वर्षों से अधिक समय तक वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे।

योगी आदित्यनाथ का बचपन का नाम अजय सिंह नेगी था। अजय सिंह नेगी का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश का हिस्सा था) के राजपूत परिवार में हुआ था। अजय सिंह ने 22 साल की उम्र में संन्यास धारण किया और बन गये योगी आदित्यनाथ। इससे पूर्व उन्होंने स्नातक (विज्ञान) की उपाधि एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय से ली।

महज 26 साल की उम्र में वह 12वीं लोकसभा में सांसद चुन लिये गये। उस वक्त वह सबसे कम उम्र के सांसदों में शामिल थे। आदित्यनाथ 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए।

वर्तमान में वह गोरखपुर से सांसद होने के साथ ही गोरखनाथ मंदिर के महंत भी हैं। 12 सितंबर 2014 को महंत अवैद्यनाथ की मृत्यु के बाद आदित्यनाथ को यह पद सौंपा गया। योगी आदित्यनाथ ने नाथ सम्प्रदाय के मद्देनजर 14 सितंबर 2014 को गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर का निर्माण करवाया।

शैक्षणिक संस्‍थाओं से दे रहे योगदान : योगी आदित्‍यनाथ के नेतृत्व में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् द्वारा इस समय तीन दर्जन से अधिक शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थाएं गोरखपुर एवं महाराजगंज जिले में चल रही हैं। कुष्ठरोगियों एवं वनटांगियों के बच्चों की निशुल्क शिक्षा से लेकर बीएड एवं पालिटेक्निक जैसे रोजगारपरक सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी दी जा रही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय भी काम कर रहा है।

आदित्यनाथ से जुड़े विवाद:-

अपनी कट्टर छवि को लेकर योगी आदित्यनाथ कई बार विवादों में भी रहे हैं।

सूर्य नमस्कार न करने वाले देश छोड़ दें: 9 जून 2015 को योगी आदित्नाथ ने एक घोषणा करते हुए कहा कि जो सूर्य-नमस्कार (योग का एक हिस्सा) का विरोध करते हैं, वे देश छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा, उनलोगों से जो सूर्य भगवान को भी सांप्रदायिक नजरिए से देखते हैं, मेरा नम्र निवेदन है कि वे खुद को समंदर में डुबोने का काम कर रहे हैं या फिर ऐसे लोग अपनी बाकी जिंदगी एक अंधेरे कमरे में गुजारेंगे।

धर्म-परिवर्तन का आरोप: योगी आदित्यनाथ 2005 में उस वक्त विवादों में आए जब उनपर कथित रूप से धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के इटावा में 1800 ईसाईयों का धर्म-परिवर्तन कर उन्हें हिन्दू बनाया गया।

असहिष्णुता विवाद: मीडिया में असहिष्णुता पर चल रहे विवादों के दौरान योगी आदित्यनाथ ने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की तुलना पाकिस्तान के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद से की थी।

उन्होंने कहा था, शाहरुख खान को यह याद रखना चाहिए कि इस देश की बहुसंख्यक आबादी ने उन्हें (शाहरुख खान को) स्टार बनाया है और अगर वे लोग (बहुसंख्यक आबादी) उनकी (शाहरुख खान) फिल्मों का विरोध करते हैं तो वे (शाहरुख खान) भी फुटपाथ पर भटकते नजर आएंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शाहरुख खान, आतंकी हाफिज सईद की तरह बोल रहे हैं।

 

 

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