बरेली। जिस समय लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शपथ ले रहे थे, उस वक्त बरेली कालेज में बबाल हो रहा था। बबाल इस बात पर कि बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय [BHU]के एक रिटायर्ड प्रोफेसर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत को आतंकवादी करार दे दिया। इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भड़क गये। उन्होंने विरोध किया तो समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ता उनसे भिड़ गये। दोनों में जमकर मारपीट हुई।
घटनाक्रम के अनुसार बरेली काॅलेज के हिन्दी विभाग द्वारा रविवार से दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया था। आज सेमिनार का पहला दिन था। आज के मुख्य अतिथि के तौर पर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय [BHU] के रिटायर्ड प्रोफेसर चैथीराम यादव मौजूद थे। उन्होंने जब बोलना शुरू किया तो हिन्दी पर बोलते-बोलते वह राजनीति पर बोलने लगे। पहले उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इण्डिया विजन और सबका साथ, सबका विकास के विरोध में बोला। फिर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की तुलना आतंकवादी से कर दी, इसी को लेकर वहां हंगामा खड़ा हो गया। अन्य वक्ताओं ने प्रोफेसर की इस टिप्पणी का विरोध भी किया।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग दोहरा मापदंड अपनाते हैं। महात्मा गांधी की तारीफ करते हैं और हत्यारे नाथूराम को माला पहनाते हैं। आगे उन्होंने मोहन भागवत और गोलवलकर को आतंकवादी की संज्ञा दे डाली। कहा कि आतंकवादी लोग हिंदूवादी एजेंडा लागू करना चाहते हैं, हमें ऐसे लोगों को नकार देना चाहिए।
जैसे ही उन्होंने यह वाक्य बोले, बरेली और मुरादाबाद के अधिकतर शिक्षकों ने उनकी इस टिप्पणी का विरोध किया। इसी दौरान मामले की जानकारी एबीवीपी छात्र नेताओं को लगी और उन्होंने सभागार में हंगामा कर चैथीराम यादव से माफी मांगने को कहा। इस पर विद्यार्थी परिषद और समाजवादी छात्रसभा के नेता आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते उनमें मारपीट होने लगी। गुस्साये छात्र नेताओं ने कालेज सभागार के बाहर पड़ी कुर्सियां और मेजें तोड़ डालीं और प्रोफेसर यादव के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
सूचना पाकर तत्काल एसपी सिटी समीर सौरभ, एएसपी आकाश तोमर भारी पुलिस बल के साथ कालेज पहुँच गये। उन्होंने किसी तरह मामला शान्त कराने की कोशिश की। इस बीच सूचना पर विद्यार्थी परिषद के अन्य छात्रनेता जवाहर लाल, अवनीश चैबे और राहुल चैहान पहुंचे। छात्रों की मांग थी कि कालेज प्रशासन प्रोफेसर चैथीराम यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराये।
बता दें कि प्रो. चैथीराम यादव के व्याख्यान के समय कार्यक्रम संयोजिका मीरा यादव, उप संरक्षक देवमूर्ति, संरक्षक प्रचार्य सोमेश यादव समेत कालेज के कई वरिष्ठ शिक्षक मंच पर उपस्थित थे। घटना के बाद कालेज प्रशासन के लोगों के मोबाइल स्विच आफ आने लगे।
काफी देर तक नानुकर होने के बाद छात्रों मांग की कि कार्यक्रम की विडियो चेक कराई जाए। पुलिस अधिकारियों के वीडियो मांगने पर प्राचार्य प्रोग्राम का वीडियो उपलब्ध नहीं करा सके। बाद में पुलिस के तेवर देख प्रचार्य सोमेश यादव ने चैथीराम यादव के खिलाफ तहरीर दी है। इसी बीच चीफ प्राॅक्टर एसपी मौर्या के घटनास्थल पर पहुंचने पर छात्रों ने विरोध किया। छात्रों उनके खिलाफ वापस जाओं के जमकर नारे लगाए। इसके बाद कालेज प्रशासन द्वारा मामले में तहरीर दिए जाने के बाद छात्र शान्त हुए।
आन्दोलनकारी छात्रों ने कालेज प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि प्रोफेसर चैथीराम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं करई गई तो कल होने वाली परीक्षाओं का वहिष्कार किया जायेगा।