बरेली। मसीही समुदाय ने ईस्टर का पर्व धूमधाम से मनाया। चर्चों में शनिवार की देर रात प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। देर रात प्रार्थना सभा के बाद सभी चर्चों से जुलूस निकाले गए। जुलूस के साथ भव्य झांकियां भी थीं। इसमें यीशु के जीवन को दिखाया गया था। बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे जुलूस में शामिल रहे।
सुबह सिविल लाइंस स्थित क्राइस्ट मैथोडिस्ट चर्च के सामने सामूहिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। लोगों ने प्रभु यीशु से प्रार्थना की और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। ईस्टर ईसाइयों का सबसे बड़ा पर्व है। प्रभु ईसा मसीह मृत्यु के तीन दिनों बाद इसी दिन फिर जी उठे थे, जिससे लोग हर्षोल्लास से झूम उठे। इसी की स्मृति में यह पर्व संपूर्ण ईसाई-जगत में प्रतिवर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
बता दें कि यह पर्व हमेशा एक ही तारीख को नहीं पड़ता। 21 मार्च के बाद जब पहली बार चांद पूरा होता है, उसके बाद के पहले रविवार को ईस्टर का त्योहार मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार आज 16 अप्रैल को मनाया गया।