बरेली। मुस्लिम समाज के विभिन्न मुद्दों को लेकर जमात-ए-रजा मुस्तफा के कार्यकर्ताओं ने समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना असजद रजा कादरी के नेतृत्व में ये लोग डीएम से मिले और चिन्ताओं से अवगत कराया। इनकी मुख्य चिन्ताएं मीट लाइसेंस, तीन तलाक, समान नागरिक कानून और सोशल मीडिया का दुरुपयोग को लेकर थीं। ज्ञापन में साफ कहा गया कि शरीयत में कोई दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बता दें कि यह संगठन दरगाह आला हजरत से संचालित होता है।
शहर भर के मीट कारोबारी आज बड़ी संख्या में दरगाह पर एकत्र हुए। वहां से जमात के उपाध्याक्ष सलमान हसन खां के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। वहां अपनी मांगों को रखते हुए जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गयी है कि जो लोग गोश्त का व्यापार करते है उन्हंे जल्द से जल्द उनके लाइसेंस नवीनीकरण किये जाये और उन्हें दो माह का वक्त भी दिया जाये। मीट की जो दुकानें मस्जिद में हैं उसकी एनओसी मस्जिद के मुतावल्ली से मिलने के बाद तुरंत लाइसेंस जारी किये जाने की भी मांग की है। कहा गया है कि मीट की ज्यादातर दुकानें मस्जिद के परिसर में ही हंै। कहा है कि ऐसा न होने पर मुस्लिम वर्ग भुखमरी और बेरोजगारी की तरफ चला जायेगा।
इसके अलावा कहा है कि आजकल सोशल मीडिया पर चल रहे धार्मिक टिप्पणी करने वालो पर भी सख्त कार्रवाई की जाये। समान नागरिक कानून और तीन तलाक के मामले में जमात ने सरकार से कहा कि मुस्लिम शरीअत में किसी तरह की सरकार की दखलअंदाजी और इसमें बदलाव नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा इस मामले में हमें कोई कानून मंजूर नहीं और इस तरह का कानून बनता है तो जमात-ए-रजा मुस्तफा इसके खिलाफ आन्दोलन चलायेगी और विरोध करेगी। इस दौरान नासिर कुरैशी, सलमान हसन, खलील कादरी, दानिश रजा, सलमान मियां, खलील कादरी, शहामत रता, आरिफ कुरैशी आदि मौजूद रहे।