बरेली। जिला पंचायत सभागार में शनिवार को पंचायत सदस्यों की मीटिंग में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य आपस में भिड़ गये। वहां जमकर तोड़फोड़ हुई। जिला पंचायत अध्यक्ष संजय सिंह के चैम्बर के दरवाजे में लगा शीशा और कुर्सी-मेजें तोड़ दी गयीं।
घटनाक्रम के अनुसार शनिवार को जिला पंचायत में सदस्यों की मीटिंग होनी थी। हालांकि मीटिंग की तारीख बदलने का आदेश मंडलायुक्त ने एक दिन पूर्व कर दिया था। इसके बावजूद मीटिंग होने पर भाजपा सदस्यों ने विरोध किया था। आज मीटिंग के दौरान महिला पंचायत सदस्य मंजू देवी के साथ उनके पति मोहन सिंह भी मीटिंग में आये थे। उन्होंने मीटिंग का बहिष्कार करने का प्रयास किया। इस मीटिंग में आयीं अन्य महिला सदस्यों ने मोहन सिंह का विरोध किया। इस पर मोहन सिंह और महिला सदस्यों के बीच गरमागर्मी हो गयी। आरोप है कि वहां मोहन सिंह ने गाली-गलौज की।
बताते हैं कि इसके बाद मोहन सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष के कार्यालय पहुंचे। बताया जाता है कि वहां पहले से मौजूद संजय सिंह के पिता सेवानिवृत्त एडीएम फाइनेंस रामेश्वरदयाल मौजूद थे। मोहन सिंह ने रामेश्वरदयाल के साथ गाली-गलौज कर अभद्रता की और वहां रखे फर्नीचर तोड़ दिए। इस दौरान कार्यालय के मुख्य गेट का शीशा तोड़कर काफी देर तक हंगामा होता रहा जब तक पंचायत सदस्य वहां पहुंच पाते मोहन सिंह अपनी पत्नी मंजू देवी के साथ जा चुके थे।
संजय सिंह ने मीटिंग में सदस्यों द्वारा दिए गए प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पास कर दिये। संजय सिंह ने बताया विकास कार्यों के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत में पहली बार राष्ट्रगान का आयोजन किया गया। पंचायत के सभी सदस्यों ने मीटिंग में मोहन सिंह द्वारा की गई घृणित कार्य की घोर निंदा करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया।
कहा कि मोहन सिंह के खिलाफ पुलिस को लिखित तहरीर देकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की जाएगी तथा पंचायत सदस्य मंजू देवी की सदस्यता समाप्त करने के लिए संस्तुति की जाएगी। कहा कि यदि पुलिस ने आरोपी को 2 दिन में गिरफ्तार नहीं किया तो पंचायत सदस्य कार्यालय में एसएसपी कार्यालय में धरना देंगे। इस मौके पर सीडीओ शिव सहाय अवस्थी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
वहीं सेवानिवृत्त एडीएम फाइनेंस रामेश्वरदयाल ने बताया कि क्योंकि वह जिला पंचायत अध्यक्ष संजय सिंह के पिता हैं और आज यहां भोजन की व्यवस्था उन्होंने ही की थी इसलिए वहां पहुंचे थे। लेकिन यहां पर जिला पंचायत सदस्य मंजू देवी के पति मोहन सिंह ने उनके साथ अभद्रता करते हुए तोड़फोड़ की और मारपीट करने का प्रयास किया। यदि समय रहते जिला पंचायत सदस्य मौके पर नहीं पहुंचते तो कोई भी घटना हो सकती थी।
यह बताते चलें कि शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों ने बरेली कमिश्नर को ज्ञापन देकर शनिवार को होने वाली जिला पंचायत सदस्यों की मीटिंग को निरस्त करने की मांग की थी। विधायकों का कहना था कि उनकी लखनऊ में पहली बार मीटिंग होनी है जिसके कारण वह लोग जिला पंचायत सदस्यों की बोर्ड मीटिंग में शामिल नहीं हो सकेंगे। कमिश्नर ने सीडीओ को निर्देशित किया था कि शनिवार को होने वाली बैठक निरस्त कर अग्रिम तारीख सुनिश्चित की जाए। कमिश्नर के आदेश के बावजूद आज शनिवार को पंचायत सदस्यों के वोट बैठक का आयोजन किया गया। प्रतीत होता है कि कमिश्नर के आदेशों की सीधे तौर पर अवहेलना की गयी। इसी को लेकर भाजपा सदस्यों एवं नव निर्वाचित विधायको में रोष व्याप्त है।