नयी दिल्ली। कल्पना कीजिए, आपको ट्रेन से कहीं जाना है। भागते हुए स्टेशन पहुंचे, ट्रेन छूटने वाली है ऐसे में टिकट की कतार में लगें या ट्रेन में चढ़ें। अगर कतार में लगे तो ट्रेन का छूटना तय है। ऐसे में यात्री बिना टिकट ही ट्रेन में चढ़ जाता है। फिर टीटीई के आने पर उसे टिकट के पैसे तो देने ही होते हैं साथ ही जुर्माना भी भरना पड़ता है। लेकिन अब खुशखबरी यह है ऐसे हालात से निपटने के लिए रेलवे ने अनूठा उपाय निकाला है।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, अब अगर आप जल्दी में हैं तो ट्रेन में सफर के दौरान भी टिकट ले सकते हैं। इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। रेलवे के इस तोहफे से बिना टिकट यात्रा करने वाले अब बहाने नहीं बना सकते हैं, पर ट्रेन छूटने के डर से बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ने वालों के लिए यह बेहद अच्छी खबर है।
कैसे मिलेगा ट्रेन में टिकट?
रेलवे ने अप्रैल से ऐसे लोगों को ट्रेनों में ही टिकट देने की व्यवस्था शुरू कर दी है। इसके लिए आपको ट्रेन से उतरने की जरूरत नहीं है और ना ही इंटरनेट का इस्तेमाल करना है। यात्री ट्रेन में टी.टी.ई. से संपर्क कर टिकट ले सकेंगे। यानी टीटीई को देखकर आपको ना तो डरना है और ना ही छुपना है बल्कि एक जागरूक नागरिक की तरह टी.टी.ई. को बताना होगा कि किस कारण से आप बिना टिकट यात्रा कर रहे हैं। उसके बाद टीटीई आपको टिकट काटकर देगा। टीटीई संबंधित यात्री से तय किराए के साथ ही 10 रुपए अतिरिक्त शुल्क लेकर हैंड हेल्ड मशीन से टिकट निकालकर देगा।
आरक्षित टिकट भी मिलेगा ट्रेन में
आरक्षित टिकट देने की यह सुविधा केवल सुपरफास्ट ट्रेनों में शुरू की गयी है जो कि बाद में व्यापक पैमाने पर हो सकती है। यह हैंड हेल्ड मशीन (HHT) रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम के सर्वर से कनेक्ट होगी। जैसे ही यात्री टिकट मांगेगा, मशीन में नाम और जगह डालते ही टिकट निकल आएगी। मशीन की मदद से ट्रेन में खाली बर्थों की जानकारी भी आसानी से मिलेगी।
वेटिंग क्लीयर होने पर भी ट्रेन में खाली बर्थ की जानकारी हैंड हेल्ड मशीन में उपलब्ध होगी। यदि किसी यात्री की वेटिंग क्लीयर नहीं हुई है तो वह टीटीई के पास जाकर अपनी टिकट दिखाकर खाली सीट की जानकारी लेकर उसे कन्फर्म करा सकता है।