नई दिल्ली।भारतीय रेल में तेजस एक्सप्रेस युग का शुभारंभ रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज (22 मई) मुंबई से गोवा के लिए हरी झंडी दिखाकर किया।19 डिब्बों वाली अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस तेजस एक्सप्रेस मुंबई से गोवा रवाना हुई। इस ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे,वाईफाई, एलईडी टीवी, चाय और कॉफी की वेंडिंग मशीनों के साथ ही धुआं और आग का पता लगाने वाली प्रणाली भी लगाई गई है।इसमें जीपीएस आधारित यात्री सूचना डिसप्ले प्रणाली भी होगी।मध्य रेलवे के महाप्रबंधक डी के शर्मा ने तेजस एक्सप्रेस की तुलना जमीन पर चलने वाले विमान से की।
तेजस एक्सप्रेस ट्रेन में बैठने की व्यवस्था भी बेहतर होगी और हर सीट के लिए एलईडी टीवी तथा कॉल बेल सुविधा है।ट्रेन नौ घंटे से भी कम समय में 630 किमी की दूरी तय करेगी।इन डिब्बों का निर्माण कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री में किया गया है और इसमें आटोमेटिक दरवाजे हैं। तेजस एक्सप्रेस की घोषणा बजट में की गई थी और रेलवे के अनुसार दिल्ली-चंडीगढ़ तथा दिल्ली-लखनऊ के बीच भी तेजस एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू होंगी।ट्रेन में 56 लोगों के बैठने की क्षमता के साथ एक एग्जीक्यूटिव एसी चेयर कार होगी और प्रत्येक बोगी में 78 सीट क्षमता के साथ 12 एसी चेयर कार है।
बेहतर सुविधाएं होने के कारण इस ट्रेन का किराया भी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के सामान्य किराए से कुछ ज्यादा है। तेजस एक्सप्रेस की एग्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया भोजन के साथ 2,680 रुपए तथा बगैर भोजन के 2,525 रुपए तय किया गया है और एसी चेयर कार का किराया भोजन के साथ 1,280 रुपए तथा बगैर भोजन के 1,155 रुपए तय किया गया है।
मंत्री ने कहा कि भारतीय रेल ने रेल डिब्बों की सुरक्षा बेहतर करने के लिए एक बड़ी पहल की है।रेलवे जल्द ही 40,000 डिब्बों की रेट्रोफिटिंग करेगी।रेल मंत्री के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन ‘मेक इन इंडिया’ के तहत तेजस एक्सप्रेस के डिब्बे पंजाब में कपूरथला स्थित रेल कोच कारखाने में बने हैं।मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसकी 24 मई की टिकट प्रतीक्षा सूची में चली गई हैं।