सहारनपुर । योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में फिर से भड़की जातीय हिंसा के बाद लगातार बिगड़ रहे हालात को संभालने के लिए लखनऊ से बड़े अफसरों की एक टीम भेजी है। साथ ही गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़ और आगरा से पीएसी के पांच कमांडेंट भी सहारनपुर भेजे गए हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शांति की अपील करते हुए हिंसा में मारे गए युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है और भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि चार वरिष्ठ अधिकारियों के दल को सहारनपुर में शांति बहाली सुनिश्चित करने के मकसद से भेजा गया है। प्रवक्ता ने बताया कि दल में गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आदित्य मिश्रा, महानिरीक्षक एसटीएफ अमिताभ यश और डीजी (सुरक्षा) विजय भूषण शामिल हैं।
योगी ने घटना में मृत युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट में कहा कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में जो लापरवाही हुई है, उसे लेकर संबंधित अधिकारियों को दंडित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने धैर्य और संयम बनाये रखने के साथ-साथ विपक्षी दलों सहित सभी से शांति बहाली में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार सबकी है। जाति, पंथ और मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यह अपेक्षा थी कि सहारनपुर में आज पूर्व मुख्यमंत्री के जाने से शांति बहाली में सहयोग मिलेगा लेकिन ऐसा ना होना दुखद है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर में ‘शांति और सद्भाव का वातावरण बन चुका था लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के पहुंचने पर तनाव और अशांति का माहौल बना और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गयी जिसमें निर्दोष युवक मारा गया।
मालूम हो कि मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती के दौरे के बाद शब्बीरपुर से लौट रहे बसपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी पर जाति विशेष के लोगों ने हमला कर दिया। एक अन्य घटना में माया के कार्यक्रम से लौट रहे एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ऐसे में हालात और खराब न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए योगी सरकार ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की टीम को सहारनपुर भेजा है। ये सभी अधिकारी हालात सामान्य होने तक वहीं कैंप करेंगे।