मथुरा।आज सुबह मथुरा-जाजमपट्टी रोड पर मकेरा नहर में कार गिरने से बरेली के एक ही परिवार के 10 लोग की मौके पर ही मौत हो गई।कार में 10 लोग सवार थे। मरने वालों में एक ही परिवार के 9 लोग पांच पुरुष और पांच महिलाएं हैं। व एक चालक का शव है।हादसे में महेश शर्मा का पूरा परिवार खत्म ही हो गया। महेश 46 वर्ष, उनकी पत्नी दीपिका 42, पुत्र हार्दिक 15, रितिक 13, बेटी हिमांशी 19 और खुशबू 17 वर्ष। महेश की बहन पूनम और उसके दो बच्चों की भी मौत हो गई। पूनम 36, बेटा रोहन 17, बेटी सुरभि 16 (सभी की उम्र लगभग में है)। महेश के बहनोई साथ नही थे। ये सभी बालाजी के दर्शन करने जा रहे थे।


महेश शर्मा का बरेली में शुभाष नगर में टी स्टाल है। यह समस्त जानकारी महेश के दूर के रिश्ते के भांजे शिवम शर्मा ने दी। वह दोस्तों के साथ गिरिराज की परिक्रमा करने गोबर्धन आया हुआ था। सुबह उसके पास फोन आया तो वह मौके पर पहुंचा।


सबसे पहले पास के मकेरा गांव निवासी युवक दर्शन सिंह ने नहर में कार पड़ी देखी। वह सुबह सड़क पर दौड़ लगाने निकला था। वक़्त करीब 4:40 बजे। दर्शन सिंह की सूचना पर अन्य ग्रामीण पहुंचे और ट्रैक्टर से कार किनारे खींचकर शवों को बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस पहुंचीं।
दर्शन सिंह के अनुसार उसे नहर में कार गिरी हुई दिखी। संभवतः चालक ने कार का शीशा तोड़कर बाहर छलांग लगाई और आवाज देने की कोशीश की, लेकिन पानी के बहाव में आगे चला गया। शीशा टूटने से कार में पानी भर गया। यह फतेहपुर सीकरी नहर है।
लोगों में यूपी 100 डायल की गाड़ी, एम्बुलेन्स और उच्चाधिकारियों के न पहुंचने को लेकर भी आक्रोश था। लोगों की मदद से सभी शव निकाले गए। कार अभी नहर में ही फंसी है। सूचना देने पर मगोर्रा पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसने भी बचाव कार्य कराया।
स्थानीय लोगों में आक्रोश है, वे शव उठने नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि आये दिन पुलिया पर हादसे होते रहते हैं।
उधर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने हादसे पर संवेदना व्यक्त की है।
मृतकों के नाम पते की जानकारी दीपिका शर्मा के आधार कार्ड से हुई। परिजनों को सूचना दे दी गई है। वे बरेली से निकल चुके हैं। मृतकों में 5 किशोर और 17-18 वर्ष के लड़के-लड़की भी हैं। इनमें से सभी 10 की लाश निकाली जा चुकी है। कार चालक की पहचान उसके ड्राइविंग लाइसेंस से हरिश्चंद्र निवासी बिछुरिया, थाना दिनावर, बरेली के रूप में हुई। नहर से कार निकालने के लिए क्रेन मंगा ली गई है, लेकिन ग्रामीण निकालने नही दे रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिया संकरी है। रेलिंग टूटी है। सड़क चौड़ी कराई जाए। करीब तीन घंटे बाद गोवर्धन तहसीलदार और एसपी देहात आदित्य शुक्ला पहुंचे।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी और एसएसपी विनोद कुमार मिश्रा भी मौके पर पहुंचे।
एडीएम एलओ रमेश चंद्र, एसडीएम गोबर्धन सदानंद गुप्ता, तहसीलदार, नायाब तहसीलदार के अलावा मगोर्रा, हाइवे, और गोबर्धन थाने की पुलिस मौके पर। प्राइवेट वाहनों औरपुलिस की गाड़ी से शवों को मोर्चरी भेजा गया। मुश्किल से ग्रामीणों ने शव उठाने दिया। मृतकों के परिजनों के आने का इंतज़ार है। गाड़ी अभी नहर से नहीं निकाली जा सकी है।

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