नयी दिल्ली। राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के खिलाफ विपक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष रहीं मीरा कुमार को उम्मीदवार बनाया है। संभावित साझा उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिए कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दलों की अहम बैठक में मीरा कुमार के नाम पर मुहर लग गई है। हालांकि इस विपक्ष में जदयू की सहमति नहीं है। बता दें कि नीतिश कुमार पहले ही कोविन्द के नाम पर सहमति जता चुके हैं।
अपने प्रत्याशी के नाम की घोषण के समय कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद से जब नीतीश कुमार के फैसले के बारे में पूछा तो वह वह टाल गये। आजाद ने कहा कि मीरा कुमार के नाम को सर्वसम्मति से चुना गया है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, हमने मीरा कुमार को राष्ट्रपति चुनाव में उतारने का फैसला किया है। हमें उम्मीद है कि अन्य दल भी हमारे साथ आएंगे।
राकांपा नेता शरद पवार ने तीन नामों का प्रस्ताव किया। इनमें मीरा कुमार के अलावा पूर्व केंद्रीय गह मंत्री सुशील कुमार शिंदे तथा राज्यसभा सदस्य भालचंद्र मुंगेकर के नाम शामिल थे। दोनों महाराष्ट्र के दलित नेता हैं। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी तथा बी आर अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर के नामों का प्रस्ताव किया।
Meira Kumar is opposition's candidate for #PresidentialElection. pic.twitter.com/RBVtuaPx0u
— ANI (@ANI) June 22, 2017
हालांकि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की जीत अब पक्की मानी जा रही है। मंगलवार को शिवसेना के समर्थन के बाद बुधवार को जेडीयू ने भी कोविंद को अपना समर्थन दे दिया है। जेडीयू की घोषणा के बाद बीजेपी की राह और आसान हो गई है। जेडीयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की घोषणा की है। त्यागी ने कहा कि राज्यपाल के रूप में रामनाथ कोविंद का कार्याकाल बेहतरीन रहा। उन्होंने शांति के साथ कामकाज किया और उनके कार्याकाल के दौरान कोई विवाद नहीं होने दिया।