नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) संसदीय दल की शनिवार को संसद के केंद्रीय हॉल में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से भाजपा संसदीय दल और राजग का नेता चुन लिया गया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भाजपा संसदीय दल के नेता पद के लिए नरेंद्र मोदी का नाम प्रस्तावित किया। राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया। इसके बाद राजग का नेता चुनने के लिए अकाली दल के शीर्ष नेता प्रकाश सिंह बादल ने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव दिया। इस प्रस्ताव का राजग के सभी घटल दलों ने समर्थन किया।
संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने भाजपा और राजग के सभी सांसदों को धन्यवाद कहा।संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा, “यह चुनाव पूरे विश्व के लिए एक अजूबे की तरह था। हमें मिले प्रचंड जनादेश ने जिम्मेदारी बढ़ा दी है। देश की जनता सेवाभाव स्वीकार करती है, अहंकार यहां स्वीकार नहीं किया जाता है। भारत का मतदाता सत्ताभाव स्वीकार नहीं करता। जनता ने हमें किसी पार्टी के कारण नहीं सेवाभाव के कारण चुना है। आपने मुझे आज चुना है, यह एक व्यवस्था का हिस्सा है। मैं भी आपमें से एक हूं। हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना है। सभी सांसदों के साथ-साथ और बराबर चलना है। मैं साथियों के विश्वास पर जरूर खरा उतरूंगा।”
मोदी ने कहा, “आमतौर पर चुनाव बांटते हैं. दूरियां बढ़ाते हैं लेकिन 2019 के चुनाव में ऐसा नहीं है। इस चुनाव ने दीवारों को गिरने का काम किया है। इस बार देश भागीदार बना है। जितना हमने सरकार को चलाया, देश को बढ़ाया है, उससे ज्यादा देश की जनता ने देश को आगे बढ़ाया है। हर पांच साल में एंटी इन्कंबेंसी होती है लेकिन जब विश्वास मजबूत हो, प्रो इनकंबेंसी होती है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सेंट्रल हॉल की यह घटना असामान्य घटना है। हम आज नए भारत के संकल्प को एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाने के लिए के लिए एक नई यात्रा को शुरू करने जा रहे हैं। आप सभी इस बदलाव की प्रक्रिया के बहुत बड़े साक्षी हैं। आप सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं लेकिन विशेष रूप से जो पहली बार चुन कर आए हैं वे विशेष अभिनंदन के अधिकारी हैं।”
उन्होंने कहा, “पूरे विश्व का ध्यान भारत के इस चुनाव पर था। हमारा चुनाव पूरे विश्व के लिए अजूबा है। इस काम को केंद्रीय चुनाव आयोग, राज्यों के चुनाव आयोगों और सरकारी अधिकारियों ने अपने-अपने योगदान से इसे सफल बनाया। मैं उन सबका अभिनंदन करता हूं। चुनाव तो एक उत्सव था ही और इसका विजयोत्सव भी शानदार था। सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भी बढ़चढ़क कर इसका उत्सव मनाया गया। भारत के लोकतंत्र को हमें समझना होगा। भारत के मतदाता और इसके नागरिकों के नीर-क्षीर विवेक को किसी मापदंड से मापा नहीं जा सकता है। हमारा लोकतंत्र इतना मैच्योर होता जा रहा है कि सत्ता और उसका रुतबा भारत के मतदाता को कभी प्रभावित नहीं करता है। सत्ता भाव न तो वह स्वीकार करता है और न ही उसे पचा पाता है। मजबूरी वश कभी उसे मान भी ले तो उसका सम्मान नहीं करता है। वह सेवा भाव को सर झुकाकर स्वीकार करता है।”
इससे पहले भाजपा संसदीय दल और राजग का नेता चुने जाने के बाद भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं के अलावा राजग के घटक दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। मोदी ने प्रकाश सिंह बादल, लालकृष्ण आडवाणी, और मुरली मनोहर जोशी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।
बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी, अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, एलजेपी के रामविलास पासवान समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री, वरिष्ठ नेता समेत नवनिर्वाचित सांसद मौजूद थे।