नयी दिल्ली । सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने कहा है कि भारत के पास ताकत नहीं है कि वह चीन के कब्जे वाले कश्मीर को वापस ले सके।  हालांकि उन्होंने कहा कि जंग इस मसले का हल नहीं है बल्कि चीन से दोस्ती करके ही यह मुद्दा सुलझाया जा सकता है।

फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि लद्दाख ने चीन ने अक्साई चीन को कब्जे में लिया हुआ है। हम इसे लेकर चिल्लाते रहते हैं लेकिन हमारे पास इसे वापस लेने की ताकत नहीं। फारुख ने कहा, चीन के साथ तनाव कम करने का सिर्फ एक ही रास्ता है कि हम उसके दोस्त बन जाएं।  जंग कोई हल नहीं है। फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि हमें अपनी डिप्लोमेटिक कोशिशों को बढ़ाना चाहिए।

फारुख ने कहा कि चीन का मकसद कराकोरम-बाय पास बनाना है जो कि उन्हें बंदरगाह से जोड़ देगा और उनके लिए सिल्क रूट के तौर पर काम करेगा। यह बायपास चीन के कब्जे वाले इलाके से होकर गुजरेगा।

फारुख ने कहा कि दलाई लामा एक और मुद्दा। चीन कहता है कि हम उन्हें देश से बाहर भेजे। भारत जानता है कि किसी को शरण कैसे दी जाती है।  हम किसी को देश से बाहर नहीं फेंक सकते हैं।

एजेंसी
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