firing on LoCजम्मू। जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान द्वारा लगातार फायरिंग की जा रही है। पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर नौशेरा सेक्टर में मोर्टार भी दाग रही है। परिणामस्वरूप क्षेत्र के 9 स्कूलों में करीब 200 बच्चे और स्कूल स्टाफ के सदस्य फंसे हुए हैं। इसमें नौशेरा सेक्टर के भिवानी में 150 और सहर में 50 बच्चे और विद्यालय स्टाफ फंसे हुए हैं। भारतीय सेना बुलेटप्रूफ गाड़ियों से इनको सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में लगी हुई है।

बताया जा रहा है कि नौशेरा सेक्टर के भिवानी में सरकारी हाईस्कूल में करीब 150 बच्चे फंसे हुए हैं। जब पाकिस्तान की तरफ मोर्टार दागे गए और फायरिंग शुरू की गई तब ये बच्चे स्कूल में ही मौजूद थे। सीमा पार से फायरिंग शुरू होने के बाद सतर्कता बरतते हुए स्कूल स्टाफ और बच्चों को स्कूल में रोका गया है। करीब 25 स्कूल स्टाफ मेम्बर्स और टीचर्स भी स्कूल में मौजूद हैं। सभी को स्कूल से निकालकर सुरक्षित जगह ले जाने के लिए बुलेट प्रूफ गाड़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। एलओसी से इस स्कूल की हवाई दूरी महज 3 किलोमीटर है।

इसके अलावा नौशेरा सेक्टर के ही सहर में बने सरकारी हाई स्कूल में भी करीब 50 बच्चे फंसे हुए बताये जा रहे हैं। हालांकि, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

सीमा पार से हमले के बाद भारतीय सुरक्षाबल रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। बताया जा रहा है कि करीब 12 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। ये बच्चे एलओसी के नजदीक कदाली के सरकारी स्कूल से बचाए गये। बाकी फंसे बच्चों को बचाने के लिए बुलेट प्रूफ गाड़ियां भेजी जा रही हैं।

वहीं राजौरी के डीआईजी दीपक स्लेथिया ने बताया कि सभी स्कूली छात्र सुरक्षित हैं। बताया कि स्कूल स्टाफ के साथ सभी छात्र स्कूल की बिल्डिंग में हैं। डीआईजी ने बच्चों के रेस्क्यू की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बुलेट प्रूफ गाड़ियों से बच्चों को सुरक्षित जगह ले जाने की कोशिश की जा रही है। सीमा पार से लगातार फायरिंग की जा रही है और मोर्टार दागे जा रहे हैं।

 

एजेन्सी
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