nath nagari airport
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लखनऊ। अब अपनी नाथ नगरी का नाम हवा में उड़कर दूर देश भी पहुंचेगा क्योंकि यहां बन रहे सिविल एन्क्लेव का नाम अब नाथ नगरी होगा। यह महत्वपूर्ण फैसला मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट में लिया गया। योगी सरकार की कैबिनेट में राजेश अग्रवाल के प्रस्ताव पर मुहर लगाकर सावन के पवित्र महीने में बरेलीवासियो को यह उपहार दिया है।

इसी तरह कानपुर एयरपोर्ट का नाम गणेश शंकर विद्यार्थी के नाम पर किए जाने का निर्णय लिया गया। कैबिनेट में कुल छह फैसले हुए। इसमें योगी सरकार ने अखिलेश सरकार के एक और फैसले को पलटते हुए नगरीय निकायों के विभिन्न पदों पर भर्तियों का अधिकार उप्र लोकसेवा आयोग को सौंप दिया। छोटे शहरों में मल्टीप्लेक्स को प्रोत्साहित करने के लिए मनोरंजन कर में भारी छूट देने का फैसला किया गया है।

बता दें कि बरेली में सिविल एंक्लेव का काम जोरों पर है। इसकी नीव पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रखी थी। हालांकि, इसे धरातल पर उतरने में दस साल से ज्यादा का समय लग गया। इस बीच मंजूरी आदि को लेकर तमाम अड़चनें आईं। अब जाकर काम हवा में उड़ने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। हालांकि, इन तैयारियों के बीच इसके नाम को लेकर भी जबरदस्त चर्चा रही। तमाम संगठन अपने-अपने ढंग से राय रखते रहे। सोशल मीडिया पर भी खूब बहस छिड़ी। दरअसल, एक पक्ष बरेली की पहचान नाथ नगरी के नाम पर इसका नाम चाहता था। दूसरा उसी तरह की पहचान आला हजरत के नाम से एन्क्लेव चाहता था। हालांकि, इसके नाम को लेकर बहस एंक्लेव के प्रस्ताव के साथ ही छिड़ गई थी। दो गुट शहर की दो प्रमुख पहचान के हिसाब से नाम रखना चाहते थे।

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