लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार ओडिशा की इंजीनियरिंग ग्रेजुएट चंद्राणी मुर्मू सबसे युवा सांसद बनीं हैं। चंद्राणी की उम्र 25 साल 11 महीने है। 17 वीं लोकसभा के लिए उन्होंने ओडिशा की आदिवासी बाहुल्य क्योंझर सीट से नवीन पटनायक की पार्टी (बीजद) से चुनाव लड़ा। चंद्राणी ने इस सीट पर दो बार से भाजपा सांसद रहे अनंत नायक को 66,203 वोट से हराया। चंद्राणी लोकसभा में अब तक की सबसे युवा महिला सांसद भी होंगी। 16 जुलाई को उनका 26वां जन्मदिन है। उम्मीद है कि इससे पहले वे शपथ ले लेंगी। चंद्राणी के अलावा बेंगलुरु दक्षिण सीट से तेजस्वी सूर्या सबसे युवा सांसद बने है। 28 साल के भाजपा प्रत्याशी तेजस्वी ने कांग्रेस महासचिव बीके हरिप्रसाद को 3,31,192 वोट से हराकर जीत दर्ज की। सूर्या इस लोकसभा चुनाव में जीतकर भाजपा के सबसे युवा सांसद बन गए।

चंद्राणी 2017 में भुवनेश्वर के कॉलेज से बीटेक करने के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही थीं। मार्च में चाचा हरमोहन सोरेन ने उनसे चुनाव लड़ने के बारे में पूछा था, तब चंद्राणी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। नौकरी से रिटायर होकर सामाजिक कार्यों में जुटे हरमोहन को लगता था कि भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ चंद्राणी योग्य उम्मीदवार हो सकती हैं। इसके लिए उन्होंने बीजद नेताओं से संपर्क किया। 1 अप्रैल को मुख्यमंत्री कार्यालय से मैसेज मिला कि चंद्राणी का टिकट फाइनल हो गया है।

दक्षिण बेंगलौर की यह सीट भारतीय जनता पार्टी की परंपरागत सीट थी। पार्टी के दिवंगत नेता अनंत कुमार 1996 के बाद से यहां से रिकॉर्ड छह बार चुने गए थे, लेकिन अनंत कुमार के निधन के बाद खाली हुई इस सीट से पार्टी ने इस बार युवा चेहरे तेजस्वी को उम्मीदवार बनाया था। सूर्या मूल रूप से कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले के रहने वाले हैं और बासावानगुडी विधानसभा से विधायक एल.ए. रविसुब्रमण्यन के भतीजे हैं। सूर्या पेशे से वकील हैं और उन्होंने बेंगलुरु के इंस्टिट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज से पढ़ाई की है। वे कर्नाटक हाईकोर्ट में प्रैक्टिस भी करते हैं। इसके अलावा वे फिलहाल भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव हैं साथ ही पार्टी की नेशनल सोशल मीडिया टीम के भी सदस्य भी हैं।

By vandna

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