लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आज गुरुवार को उस वक्त पुलिस ने हिरासत में ले लिया जब वह औरेया में समाजवादी पार्टी नेता प्रदीप से मिलने जा रहे थे। अखिलेश को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस मार्ग पर उन्नाव के पास हिरासत में लिया गया। तकरीबन एक घंटे तक हिरासत में रखने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।

बता दें कि हिरासत में लेने के बाद धौरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में रखा गया था। उनके हिरासत में लिये जाने की सूचना से प्रदेश भर के समाजवादी पार्टी कार्यकताओं में उबाल आ गया। यूपी के कई जिलों में सपा कार्रकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन जारी कर दिया।

बरेली में अखिलेश यादव जी की गिरफ्तारी के विरोध में सपा जिला अध्य्क्ष शुभलेश यादव  के नेतृत्व में सैकड़ों समाजवादी कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाल कर प्रदेश सरकार का विरोध किया। चौकी चौराहे पर धरना दिया,और सपा जिला अध्य्क्ष शुभलेश यादव ने  इस तानाशाही सरकार को बर्खास्त करने के लिए ज़िला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन दिया। गिरफ़्तारी के विरोध में प्रमोद बिष्ट,महानगर अध्यक्ष  क़दीर अहमद ,ज़िला उपाध्यक्ष सतेन्द्र यादव ,ज़िला प्रवक्ता हैदर अली ,ज़िला सचिव श्री प्रमोद यादव , पूर्व मंत्री अताउर रहमान ,ज़िलाध्यक्ष युवजन सभा  वैभव गंगवार ,कोषाध्यक्ष गुरु प्रसाद काले  आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

इलाहाबाद में सपा कार्रकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान दो बसों में तोड़फोड़ की। वहीं कुछ कार्यकर्ताओं ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे जाम किया दिया।

वाराणसी में सपाइयों ने किया प्रदर्शन। जिला मुख्यालय का गेट तोड़ा। पुलिस से कि धक्का मुक्की।

मथुरा में कार्यकर्ताओं ने सीएम योगी का पुतला फूंका। शहर के होलीगेट चौराहे पर सपाई इक्कठा हुए और योगी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगाते हुए उनका पुतला फूंका।
कार्यकर्ताओं ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस रोड जाम किया।पुलिस के साथ धक्का-मुक्की में घायल हुए नेता।

मुरादाबाद में नाराज सपा विधायकों ने भूड़ का चौराहा और बुध बाजार में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान सपा नेताओं से प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदर्शन में सपा विधायक हाजी इकराम कुरैशी, हाजी रिजवान समेत अन्य लोग मौजूद थे।
बता दें कि बुधवार को सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव को हंगामा व मारपीट करने के आरोप में अवाना पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। जिला पंचायत अध्यक्ष के नामांकन के दौरान बवाल होने के बाद प्रदीप यादव को गिरफ्तार किया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ दर्जन भर एमएलसी को भी हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि पहले अखिलेश को कन्नौज में ही हिरासत में लेने की तैयारी थी। पुलिस ने कानपुर-लखनऊ हाईवे पर नवाबगंज टोल प्लाजा और जाजमऊ में तगड़े बंदोबस्त भी किए थे, लेकिन ऐन वक्त पर अखिलेश यादव अपने काफिले के साथ एक्सप्रेस वे की तरफ चले गये। उनके काफिले में करीब 35 गाड़ियां थीं।
इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस फोर्स एक्सप्रेस वे की ओर गई और हसनगंज टोल प्लाजा पर नाकेबंदी की। हालांकि, इसे तोड़ते हुए काफिले में मौजूद पार्टी कार्यकर्ता व नेता आगे बढ़ गये, जिसके बाद उन्हें पुलिस ने चेतावनी दी। चेतावनी का असर न होने पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पुलिस ने अपने घेरे में ले लिया। स्थिति काबू में नहीं आने पर पुलिस ने गिरफ्तारी का ऐलान करते हुए नेताओं को घेरते हुए अखिलेश यादव को हिरासत में लिया। जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव सहित अन्य हिरासत में लिए गए नेताओं, कार्यकर्ताओं को पुलिस धौरा कृषि केंद्र ले गई है. जहां अस्थाई जेल बनाई गई।
बता दें कि बुधवार को सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव को हंगामा व मारपीट करने के आरोप में अवाना पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। जिला पंचायत अध्यक्ष के नामांकन के दौरान बवाल होने के बाद प्रदीप यादव को गिरफ्तार किया गया। अखिलेश यादव इनसे ही मुलाकात करने जा रहे थे।

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