गोण्डा और बहराइच के साथ बाराबंकी में आई बाढ़ गोण्डा। गोण्डा और बहराइच के साथ बाराबंकी में आई बाढ़ के पीछे चीन का हाथ होने का खुलासा हुआ है। हालांकि यह पानी नेपाल के बैराजों से छोड़ा जा रहा था, लेकिन वह चीन के इशारे पर ऐसा कर रहा था। नेपाल से सटे सीमावर्ती भारतीय जिलों में बाढ़ से तबाही का ताना-बाना डोकलाम में नाकामयाबी से बौखलाये चीन ने बुना था। नेपाल ने चीन के इशारे पर ही बैराजों से लगातार पानी छोड़ा, परिणामस्वरूप एक हज़ार से अधिक गांवों की तबाही हो गयी।

नेपाल ने इस बार छोड़ा तीन गुना यानि 30 लाख क्यूसेक पानी

इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) रिपोर्ट के मुताबिक औसतन बारिश के कारण बाढ़ का प्रकोप हल्का होता अगर नेपाल के बैराजों से लगातार पानी छोड़ना जारी न रहता। इंटेलीजेंस सूत्रों के मुताबिक बीते दो माह में नेपाल के बैराजों से 30 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। जिसके कारण बहराइच, बलरामपुर, गोंडा और बाराबंकी में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई। जबकि पिछले साल नेपाल के बैराजों से मात्र 10 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। खुफिया विभाग की इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है ब्रह्मपुत्र नदी की रिपोर्ट न देने के पीछे भी चीन की यही मंशा थी कि डोकलाम में अपनी हरकतों में नाकामयाब होने के बाद इस रास्ते भारत के नेपाल से सटे जिलों में बाढ़ की तबाही रची जाये।

नेपाल से नजदीकी बढ़ाने के पीछे चीन का उद्देश्य उसे इस्तेमाल कर भारत को प्रभावित करने की थी। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक अभी भी चीन नेपाल के रास्ते बड़ी साजिश का तानाबाना बुन रहा है। इसी के चलते सीमावर्ती जिले के अधिकारियों को नेपाल प्रशासन से वार्ता के लिए कहा गया है। वहीं भारत-नेपाल बार्डर पर सुरक्षा भी सख्त कर दी गई है। चीन की इस साजिश से देवीपाटन मंडल के एक हज़ार से अधिक गांव प्रभावित हुये हैं। इसके साथ ही भारी क्षेत्रफल में फसलें भी बेकार हो गई हैं। अभी भी बाढ़ का प्रकोप जारी है।

बरती जा रही सतर्कता

शनिवार देर शाम डीआईजी जीतेन्द्र प्रताप सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आईबी की रिपोर्ट को देखते हुए सभी एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं।

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