pm modi cabinet resufflingनयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में आज रविवार को तीसरी बार फेरबदल किया गया। आज इन सभी मंत्रियों को शपथ ग्रहण करायी गयी। समारोह में कुल 13 मंत्रियों ने शपथ ली, इनमें से 9 नए चेहरे हैं और 4 मंत्रियों को बेहतर कामकाज के आधार पर पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।

पदोन्नत किये गये मंत्रियों में मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान शामिल हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इसको मोदी मंत्रिमंडल का अंतिम बड़ा विस्तार कहा जा रहा है। राष्ट्रपति भवन के अशोका हॉल में हुए शपथ ग्रहण समारोह में मोदी कैबिनेट के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता समारोह के लिए पहुंचे। खास बात ये है कि आज शपथ लेने वाले सभी मंत्री भाजपा से ही हैं। सहयोगी शिवसेना और जेडीयू से किसी को भी कैबिनेट फेरबदल में शामिल नहीं किया गया।

केरल के रहने वाले अल्फोन्स कन्ननथानम ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। अल्फोंस किसी भी सदन के सदस्य नहीं है और वह 1979 बैच के पूर्व आईएएस अधिकारी रहे हैं। दिल्ली विकास प्राधिकरण के कमिश्नर रह चुके है।

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बागपत से बीजेपी सांसद डॉ सत्यपाल सिंह ने भी मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।

जोधपुर से बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी मोदी सरकार में राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। गजेंद्र सिंह 2014 में पहली बार सांसद चुने गए।

1974 बैच के आईएफएस अधिकारी हरदीप सिंह पुरी ने भी आज राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। 65 साल के पुरी किसी भी सदन के सदस्य नहीं है. पुरी यूएन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि रह चुके है।

आरके सिंह ने भी आज मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। बिहार के आरा के सांसद आरके सिंह को सुपर कॉप के रूप में जाना जाता है। आरके सिंह पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। वह भारत के गृह सचिव रहे है।

अनंत कुमार हेगड़े ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। 49 साल के हेगड़े कर्नाटक से बीजेपी के सांसद हैं।

मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से बीजेपी के सांसद डॉ वीरेंद्र कुमार ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। 63 साल के वीरेंद्र कुमार बीजेपी में दलित नेता के रूप में जाने जाते है।

शिव प्रसाद शुक्ल के बाद बिहार के बक्सर से बीजेपी सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। शिव प्रसाद शुक्ल यूपी से राज्य सभा सदस्य हैं।

कैबिनेट में प्रोमोशन पाने वाले मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद राज्य मंत्री के रूप में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण हुआ।

मुख्तार अब्बास नकवी ने भी आज कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। मुख्तार अब्बास नकवी इससे पहले अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में कार्यरत थे।

निर्मला सीतरमण ने भी आज मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। इससे पहले निर्मला सीतारमण उद्योग मंत्रालय में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का कामकाज देख रहीं थीं।

धर्मेंद्र प्रधान के बाद पीयूष गोयल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। पीयूष गोयल इससे पहले उर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे।

सबसे पहले धर्मेंद्र प्रधान ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। इससे पहले धर्मेंद्र प्रधान पेट्रोलियम मंत्री (स्वतंत्र) के रूप में मोदी कैबिनेट में काम कर रहे थे। ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने धर्मेंद्र प्रधान के काम को देखते हुए उन्हें प्रमोट किया है।

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पहली पंक्ति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह बैठे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण के कुछ देर पहले अशोक हॉल पहुंचे थे।

राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण के लिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मुख्तार अब्बास नकवी से मुलाकात की। आज होने वाले शपथ ग्रहण के लिए बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू को न्योता नहीं मिला है। वहीं महाराष्ट्र में बीजेपी सहयोगी शिवसेना ने भी शपथ ग्रहण में समारोह में दूरी बनाई हुई है।

इससे पहले आज सुबह प्रमोशन पाने वाले मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास 7 लोक कल्याण मार्ग जाकर उनसे मुलाकात की। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी पीएम मोदी से मिलने पहुंचे। मोदी कैबिनेट में इस बार ऐसे चेहरों को तरजीह दी जा रही है जिन पर पीएम मोदी के ’न्यू इंडिया’ के सपने को साकार करने के लिए सरकार के एजेंडे और नीतियों को जमीनी हकीकत में बदलने का दारोमदार होगा। इस कड़ी में सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने 5पी यानी प्रोग्रेस (विकास), पैशन (जुनून), प्रोफिशिएंसी (निपुणता), प्रोफेशनल एक्युमेन (पेशेवर अनुभव) और पॉलिटिकल एक्युमेन (राजनीतिक समझ) फॉर्मूले के आधार पर नए मंत्रियों को चुना है।

 

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