suicideबरेली। श्री राममूर्ति स्मारक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की एक छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटककर फांसी लगा ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। अनन्या का कमरा सील कर दिया गया है।

श्रीराममूर्ति स्मारक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में रह रही अनन्या दीक्षित की लाश आज दोपहर हास्टल के एक कमरे में छत के पंखे से बंधे दुपटृटे के सहारे फांसी पर लटकी पायी गयी। वह नोयडा के सेक्टर 62 निवासी अनादि दीक्षित की बेटी थी। अनन्या के पिता इंजीनियर हैं। अनन्या उनकी इकलौती संतान थी। बीती 24 अगस्त को उसने एमबीबीएस में प्रवेश लिया था।

अनन्या की रुममेट नुपुर और हर्षिता ने पुलिस को बताया कि अनन्या सुबह क्लास में गई थी। 15 मिनट बाद ही सिर में तेज दर्द होने की बात कहकर वह चली आई। बताया कि हम जब दोपहर में लंच ब्रेक के दौरान वे कमरे पर आईं तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक खटखटाने पर भी नहीं खुला तो वार्डन को जानकारी दी।

एसपी देहात डॉ. ख्याति गर्ग ने बताया कि अनन्या एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा थी और दस दिन पूर्व ही अपने घर से हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने आयी थी। कॉलेज प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने अनन्या का शव पंखे के कुंडे से उतरवाया। मृतका के कमरे की तलाशी लेकर जांच टीम ने कई नमूने भी लिये और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कमरा सील कर दिया गया है।

देर शाम अनन्या के माता-पिता बरेली पहुंच गए। बेटी की लाश देखकर उन्होंने सुधबुध खो दी। अनन्या की मां शैलजा दीक्षित के अनुसार उनकी बेटी बहुत मजबूत दिल वाली थी वह ऐसे ही आत्महत्या नहीं कर सकती। पुलिस इस प्रकरण में रैगिंग के पहलू को ध्यान में रखकर भी जांच में जुटी है।

 

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