बरेली। भाजपा के प्रदेश महामंत्री अशोक कटारिया ने कहा कि राज्य में तुष्टीकरण की राजनीति खत्म होने से साम्प्रदायिक दंगों पर लगाम लग गया है।योगी सरकार के दौर में कहीं कोई तनाव नजर नहीं आ रहा है। कांवड यात्राएं भी शांति से सम्पन्न हुई हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य की कानून व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है। अपराधियों में खौफ है। आम आदमी अपने को सुरक्षित महसूस कर रहा है।
दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती कार्यक्रम के तहत खेल उत्सव का उद्घाटन करने यहां आए कटारिया ने एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये बाते कहीं। उन्होंने कहा कि राज्य की पिछली बसपा और सपा की सरकार ने सेक्यूलरिज्म के बहाने तुष्टीकरण का खेल खेलती रही है। योगी सरकार के समय में तुष्टीकरण खत्म हुआ तो दंगे भी थम गये। उन्होंने कहा कि इस बार कांवड यात्राओं में डीजे पर भी रोक नहीं लगी, लेकिन दंगे कहीं नहीं हुए। पिछली सरकारों की तुष्टीकरण की नीति के चलते खुराफाती तत्वों के हौसले बुलंद रहते थे जिसकी वजह से दंगे भडकते थे।
कहा कि राज्य की कल्याणकारी योजनाओं में धर्म और जाति के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है। कानून का उल्लघन करने वाले चाहे किसी भी धर्म और जाति के हों उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने अपने पांच महीने के अल्पकार्यकाल में ही अपने चुनावी घोषणाओं पर अमल कर दिया है। महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो दल बनाए गए। तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कार्मचारियों की भर्ती में साक्षात्कार की परंपरा को खत्म किया गया है। उन्होने कहा कि किसानों की कर्ज माफी के अलावा उन्हें उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए गेहूं की सरकारी खरीद पर ज्यादा जोर दिया गया। उन्होनें बताया कि इस साल राज्य में 38 लाख मीट्रिक टन गेंहूं खरीदी गई है। इससे पहले गेहूं की सरकारी खरीद महज 10-11 लाख मीट्रिक टन ही होती रही है।
भाजपा के जिलाध्यक्ष रविन्द्र सिंह राठौर के सात दिन से लापता होने के बारे में बात करने पर उन्होने कहा कि वे अपने परिवार को बताए बिना कहीं साधना करने चले गए हैं। परिवार और पार्टी के लोगों से सम्पर्क न होने के कारण उन्हें खोजनें का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस भी उन्हें खोजनें में जुटी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वे जल्द वापस लौट आएंगे।