नई दिल्ली । भारतीय वायुसेना के सितारे पद्म विभूषण से सम्मानित मार्शल अर्जन सिंह का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। उन्हें आज सुबह दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उन्हें सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। अर्जन सिंह वायुसेना के एक मात्र ऐसे ऑफिसर थे जिन्हें फील्ड मार्शल के बराबर फाइव स्टार रैंक दी गई। 1965 की जंग में IAF मार्शल अर्जन सिंह ने भारतीय वायु सेना का नेतृत्व किया था। भारतीय वायुसेना के मार्शल अर्जन सिंह को पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘हवाई योद्धा मार्शल अर्जन सिंह के निधन से दुखी। उनके परिवार और वायुसेना समुदाय को संवेदनाएं। ‘
बता दें अर्जन सिंह वायुसेना के एक मात्र ऐसे ऑफिसर थे जिन्हें फील्ड मार्शल के बराबर फाइव स्टार रैंक दी गई। भारतीय सेना में अब तक सिर्फ तीन लोगों को फाइव स्टार रैंक मिली है और अर्जन सिंह उनमें से एक थे। अर्जन सिंह के अलावा फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा और फील्ड मार्शल सैम मानेक शा को यह सम्मान मिला हैं।
पीएम ने जताया शोक
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायुसेना के मार्शल अर्जन सिंह के निधन पर दुख जाहिर किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके साथ अपनी कुछ तस्वीरों का साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘भारत IAF के मार्शल अर्जन सिंह के निधन पर दुखी है। हम देश के प्रति उनकी उत्कृष्ट सेवा को याद करेंगे’ इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे थे। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह का हालचाल जाने अस्पताल पहुंची थीं।
India mourns the unfortunate demise of Marshal of the Indian Air Force Arjan Singh. We remember his outstanding service to the nation. pic.twitter.com/8eUcvoPuH1
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “1965 की जंग में एयर मार्शल अर्जन सिंह की शानदार नेतृत्व को भारत कभी नहीं भूलेगा। ये वो मौका था जब IAF ने अपना मजबूत इरादे दिखाए। ”
India will never forget the excellent leadership of Marshal of the IAF Arjan Singh in 1965, when the IAF saw substantial action.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2017
उन्होंने ट्विटर पर अपना एक अनुभव साझा करते हुए कहा, ‘कुछ समय पहले मैं उनसे मिला। अपनी खराब तबीयत के बावजूद उन्होंने खड़ा होकर मुझे सैल्यूट करने की कोशिश, मैंने उन्हें मना भी किया। ऐसा था उनका सैनिक अनुशासन। ‘
Sometime back I met him, who despite his ill health tried to get up to salute even though I said no. Such was his soldier discipline.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2017
भारतीय वायुसेना के सितारे ‘अर्जन सिंह’
अर्जन सिंह का जन्म पंजाब के ल्यालपुर में 15 अप्रैल 1919 को हुआ था, जो अब पाकिस्तान के फैसलाबाद के नाम से जाना जाता है। पद्म विभूषण से सम्मानित भारतीय वायुसेना के मार्शल अर्जन सिंह एक मात्र ऐसे ऑफिसर हैं जिन्हें फाइव स्टार रैंक दी गई थी। फाइव स्टार रैंक फील्ड मार्शल के बराबर होती है।
अर्जन सिंह 1 अगस्त 1964 से 15 जुलाई 1969 तक चीफ ऑफ एयर स्टाफ रहे। 1965 की लड़ाई में अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए उन्हें एयर चीफ मार्शल के पद पर प्रमोट किया गया। पाकिस्तान ने 1965 में ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम शुरू किया जिसमें उसने अखनूर शहर को निशाना बनाया, तब सिंह ने साहस, प्रतिबद्धता और पेशेवर दक्षता के साथ भारतीय वायु सेना का नेतृत्व किया।