पीलीभीत। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पीलीभीत मण्डी का औचक निरीक्षण किया। धान क्रय केन्द्रों पर गये, किसानों से बात की और उनकी समस्याएं जानीं। गंदगी देखी तो बिफरे भी। कार्रवाई को चेताया। फिर चूका बीच पहुंचे और शाम को वापस लखनऊ के लिए उड़ गये। इस दौरान अधिकारियों के चेहरे तनावग्रस्त ही रहे। पता नहीं कब किस पर गाज गिर जाये लेकिन सबकुछ ठीक-ठाक निपटने पर राहत की सांस ली।
मुख्यमंत्री को रविवार को किसी जिले का निरीक्षण करना था, इसलिए कई दिनों से पुलिस और प्रशासन अलर्ट था और काम तेजी से किया जा रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर अपराह्न करीब डेढ़ बजे पीलीभीत के पुलिस लाइन हैलीपेड पर उतरा। मुख्यमंत्री कार से काफिले के साथ मंडी समिति पहुंचे। धान क्रय केंद्र में किसानों और व्यापारियों से बात की। उन्हें मंडी की नालियों में गंदगी पटी मिली। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई। कहा कि यहां इतनी गंदगी क्यों है? इस पर अधिकारी बगले झांकने लगे। कोई अधिकारी जवाब नहीं दे सका।
किसानों से जानी समस्याएं
इसके बाद उन्होंने कहा कि इसे जल्दी से साफ कराया जाए। आढ़त पर पहुंचकर उन्होंने अनाज को हाथ में लेकर नमी देखी और किसानों से बात की। किसान मो. नबी से पूछा कि आपका धान तुल गया? कोई परेशानी तो नहीं हो रही है? इससे पहले कब धान लेकर आए थे। इस पर किसान ने सबकुछ ठीक होने की हामी भरी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने आगे बढ़कर अन्य किसानों से बात की।
मुख्यमंत्री ने निहारी चूका बीच की खूबसूरती
करीब दस मिनट रुकने के बाद योगी माधोटांडा के गन्ना सेंटर मथना जप्ती पहुंचे। वहां उन्होंने तौल कांटा आदि देखा। किसानों से बात की। सब ओके मिला। इसके बाद पीलीभीत के मशहूर पिकनिक स्पॉट चूका बीच पहुंचे। चूका बीच की नैसर्गिक खूबसूरती को निहारने के बाद वे वापस पीलीभीत आए। मुख्यमंत्री करीब पांच बजे पुलिस लाइन के हैलीपैड से वापस रवाना हो गए। मुख्यमंत्री के पूरे निरीक्षण के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की सांसें ऊपर-नीचे होती रहीं। हालांकि सब कुछ ठीकठाक दिखाने के बाद सभी अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।