बेंगलुरु । जब तक यूनिफॉर्म सिविल कोड (सबके लिए एक नियम) लागू नहीं हो जाता है, हिंदू कम से कम 4 बच्चे पैदा करें। ये बात कर्नाटक के उडूपी में चल रही विश्व हिंदू परिषद(विहिप) की तीन दिवसीय धर्म संसद में शनिवार को हरिद्वार के भारत माता मंदिर के स्वामी गोविंददेव गिरी महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि इससे देश में जनसंख्या के असंतुलन पर रोक लगाई जा सकेगी।
स्वामी ने कहा कि सरकार दो बच्चों की पॉलिसी पर जोर दे रही है, लेकिन ये हिंदुओं तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। गोविंद देव ने कहा, जिन इलाकों में हिंदू आबादी कम हुई। वहां जनसंख्या में असंतुलन पैदा हुआ और भारत ने उस जगह को खो दिया। जब तक सरकार सभी के लिए अधिकतम 2 बच्चों की पॉलिसी लेकर नहीं आती है। हिंदुओं को कम से कम 4 बच्चे पैदा करने चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा था कि राम मंदिर मसले में आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर को दखल नहीं देना चाहिए।
राम मंदिर राम जन्मभूमि पर ही बनेगा
इससे एक दिन पहले आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर राम जन्मभूमि पर ही बनेगा और वहां कुछ भी नहीं बनेगा। इसका निर्माण किया जाएगा और वास्तविक स्वरूप में उसी पत्थरों से निर्माण किया जाएगा। इसका निर्माण उनके नेतृत्व में होगा, जिन्होंने इस आंदोलन की अगुवाई की थी और इसके लिए 20-25 वर्षो तक लड़ते रहे।
भागवत ने कहा था समय काफी नजदीक आ गया है। हमें बहुत सावधान रहना होगा और एक-एक करके कदम उठाना होगा। हमें और किसी चीज के बारे में नहीं सोचना होगा। हिंदू समाज और दुनिया के सार्वभौमिक कल्याण के लिए, राम मंदिर को अयोध्या के राम जन्मभूमि में बनने दे। यही मेरी इच्छा है। शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे को याद करते हुए भागवत ने कहा, बालासाहेब ने एक बार मुझसे कहा था कि आप केवल कारसेवकों के सहारे राम मंदिर नहीं बना सकते। इसके लिए कठिन लड़ाई लडऩी पड़ेगी, जिसमें 20 से 30 वर्ष लगेंगे। अगर आप लगातार लड़ाई जारी रखेंगे तो 20 से 30 वर्षो में राम मंदिर के निर्माण की संभावना है।
उन्होंने कहा कि स्वंयसेवक उनके पास आते हैं और पूछते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर कब बनेगा। भागवत ने कहा, मैं उन्हें कुछ नहीं कहता हूं, क्योंकि मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं। यह 1990 में शुरू हुआ। जैसे बालासाहेब ने कहा था, हमने 2010 में 20 वर्ष पूरा कर लिया और 2020 में 30 वर्ष पूरा हो जाएगा। उनका शब्द बेकार नहीं जाएंगा।
आपको बता दें कि विश्व हिंदू परिषद् की ओर से आयोजित धर्म संसद का रविवार को आखिरी दिन है।