शिमला ।बुधवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में जयराम ठाकुर ने ऐतिहासिक रिज मैदान में 11 मंत्रियों के साथ शपथ ली। इसके साथ ही जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के 13वें मुख्यमंत्री बन गए जयराम के साथ ही उनकेे 11 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की।
शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री मौजूद रहे।इस समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह करीब 10.45 बजे हेलीकॉप्टर से शिमला पहुंचे थे, जहां खुद जयराम ठाकुर उनकी आगवानी के लिए पहुंचे।प्रधानमंत्री केे अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत कई केंद्रीय मंत्री, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा अन्य कई मुख्यमंत्री मौजूद रहे।
PM Narendra Modi and BJP President Amit Shah with Himachal Pradesh CM #JaiRamThakur, in Shimla pic.twitter.com/nTkAzhaaiC
— ANI (@ANI) December 27, 2017
दरअसल, जयराम पीएम नरेंद्र मोदी की पहली पसंद बताए जाते हैं।भाजपा ने 68 सदस्यीय सदन में 44 सीटों पर जीत दर्ज की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अप्रैल को शिमला का दौरा किया था और एक रैली को संबोधित किया था।जयराम ठाकुर संघ के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं।संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से उन्होंने राजनीति में कदम रखा है। वो हिमाचल में बीजेपी के दिग्गज नेता शांता कुमार के करीबी हैं।
जयराम ठाकुर के अलावा 11 मंत्रियों ने भी ली शपथ। इनमें महेंद्र सिंह, किशन कपूर, सुरेश भारद्वाज, अनिल शर्मा, सरवीन चौधरी, रामलाल मारकण्डा, विपिन सिंह परमार, वीरेंद्र कंवर, विक्रम सिंह, गोविंद सिंह, डॉ. राजीव सहजल शामिल हैं। शपथ ग्रहण के दौरान रिज मैदान पर मौजूद लोगों ने जय श्री राम के नारे भी लगाए।सुरेश भारद्वाज और गोविंद सिंह ने संस्कृत में मंत्री पद की शपथ ली।
शपथ ग्रहण से पहले जयराम ठाकुर ने कहा कि ‘लोगों ने हम पर विश्वास जताया है। हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे’। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ‘बहुत खुशी होती अगर पिताजी साथ होते। एक साल पहले वो हमें छोड़कर चले गए।माताजी अस्वस्थ हैं, लेकिन उनका आशीर्वाद हैं और ये मेरे लिए बहुत बड़ी बात है’।
समारोह में शामिल होने के लिए सुबह से ही लोग बड़ी संख्या में समारोह स्थल पहुंच गए थे। समारोह के लिए रिज मैदान भगवा रंग में रंग गया था।यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जयराम ठाकुर के बड़े-बड़े कट आउट लगाए गए। भव्य समारोह के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए और रिज, अन्नाडेल हेलीपैड तथा जुब्बार-हट्टी हवाई अड्डा एसपीजी को सुरक्षा घेरे में रखा गया।अपने शपथ ग्रहण से पहले जयराम ठाकुर ने पार्टी के फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो से जरिये सभी को शपथ ग्रहण समारोह में आने का न्योता भी दिया था।
#WATCH Oath taking ceremony of CM elect Jairam Thakur and others in Shimla in the presence of PM Modi https://t.co/3mo97GEPcV pic.twitter.com/nNgpb8LXO4
— ANI (@ANI) December 27, 2017
डीजीपी सोमेश गोयल ने बताया कि सुरक्षा में करीब एक हजार सुरक्षाकर्मियों के अलावा सादे कपड़े में खुफिया विभाग के लोगों को तैनात किया गया। कई स्थानों पर शार्प शूटरों को तैनात किया गया और अंतरराज्यीय सीमा के प्रवेश बिंदुओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
आपको बता दें जिस दिन हिमाचल प्रदेश की मतगणना के दौरान प्रेम कुमार धूमल की हार की घोषणा हुई, उसके फौरन बाद से मुख्यमंत्री पद की दौड़ में जयराम ठाकुर शामिल हो गए थे। जब एक तरफ मतगणना हो रही थी, उसी दिन जयराम दिल्ली की तरफ रवाना हो गए थे।सोशल मीडिया पर उनके दिल्ली रवाना खबर होने के साथ ही उनको प्रदेश का नया मुख्यमंत्री कहा जाने लगा था।जयराम ठाकुर मंडी जिले के सिराज सीट से लगातार 5वीं बार से विधायक चुने गए हैं।
राजनीतिक सफर
जयराम का जन्म मंडी जिले की मुरहाग पंचायत के तांदी गांव में एक किसान परिवार में 6 जनवरी, 1965 को हुआ था।पढ़ाई के दौरान वे छात्र राजनीति से जुड़ गए थे। 1986 में वे एबीवीपी के प्रदेश सचिव बने थे।इसके बाद लंबे समय तक वे एबीवीपी जम्मू-कश्मीर इकाई के संगठन सचिव रहे।
1993 में छात्र राजनीति से होते हुए बीजेपी युवा मोर्चा के पहले प्रदेश सचिव फिर प्रदेश अध्यक्ष बने। इसी साल पहली बार जंजैहली सीट से चुनावी मैदान में उतरे। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी से चुनाव हार गए।अगली बार 1998 में फिर चुनाव लड़े और शानदार जीत हासिल की। 2003 के चुनावों में जीत दर्ज की। 2007 में जीत की हैट्रिक बनाई और प्रदेश सरकार में मंत्री बने।इस दौरान 2012 और फिर अब 2017 में भी चुनाव में जीत हासिल की।
2000 से 2003 तक वह मंडी जिला भाजपा के अध्यक्ष रहे और फिर 2005 तक प्रदेश भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बने।2006 में अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी आ गई।2007 में प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए पार्टी सत्ता में आई।