बरेली। शहर के सुर्खा बानखाना में गुरुवार को नीम की मठिया के पास स्पीड ब्रेकर बनाने को लेकर दो समुदायों के बीच जमकर बवाल हुआ। यहां पथराव और फायरिंग हुई, पुलिस पहुंची तो उस पर फायरिंग की गयी। एक व्यक्ति को गोली लगी तो एक सिर में ईंट लगने से घायल हुआ है। पुलिस अफरा-तफरी के बीच लाठी चार्ज कर भीड़ तो भगाया। क्षेत्र में सतर्कता के साथ भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
घटनाक्रम के अनुसार सुर्खा मोहल्ले में सूर्या बैंक्वेट हॉल के पास से नीम की मठिया के लिए जाने का रास्ता है। इस सड़क पर बीस मीटर की दूरी में तीन स्पीड ब्रेकर बनाये गये हैं। ब्रेकर सामान्य से ऊंचे होने के कारण वाहनों पर बैठी सवारियां कई बार गिरकर घायल हो चुकी थीं। गुरुवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे सुर्खा के कुछ लोग छेनी-हथौड़ी लेकर आये और ब्रेकर तोड़कर चले गये। इस पर मोहल्ले के ही अंकित भारती फिर से ब्रेकर बनवाने लगे। इसी को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई।
आरोप है कि कुछ देर बाद बड़ी संख्या में सुर्खा से उग्र भीड़ के साथ कुछ लोग तमंचे और पिस्टल लहराते हुए आये गालीगलौज करने लगे। इससे वहां अफरातफरी मच गयी। इसी बीच किसी ने डायल 100 पुलिस को सूचना दे दी। कुछ ही देर में पुलिस पहुंची तो बवालियों ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। इससे वहां भगदड़ मच गई। फायरिंग में एक गोली वहीं के रहने वाले लक्ष्मण की गर्दन में जा लगी। इस पर दोनों तरफ से पथराव होने लगा। इसी बीच सुभाष नामक व्यक्ति के सिर में ईंट आ लगी। हालात बेकाबू होते देख 100 डायल के सिपाही वहां से जान बचाकर भागे। इसी बीच सीओ कुलदीप कुमार, प्रेमनगर, इज्जतनगर, किला, कोतवाली और बारादारी इंस्पेक्टर फोर्स लेकर पहुंचे। तब तक बवाली भाग चुके थे।
तहस-नहस कर दीं दो दुकानें
सुर्खा बानखाना में जहां बवाल हुआ, वहीं नाले पर दो दुकानें थीं। एक में शैलून, दूसरी कपड़ों की बताई जाती है। दोनों के नये शोरूम बने थे। भीड़ ने दोनों दुकानों को तहस-नहस कर दिया। शैलून संचालक अब्दुल सगीर उर्फ नन्हें का कहना है, अचानक भीड़ आई और देखते ही देखते तोड़फोड़ करके चली गई। कुछ समझ ही नहीं आया। जान बचाकर भागे, जब लौटे तो सबकुछ बर्बाद हो चुका था।
पुलिस ने खंगाला सीसी टीवी
जिस जगह पर ब्रेकर बनाने को लेकर बवाल हुआ। वहीं नितिन की इलेक्ट्रानिक की दुकान है। दुकान के बाहर ही सीसीटीवी कैमरा भी लगा है। पुलिस ने सीसी टीवी कैमरा खंगाला, लेकिन बवालियों के फुटेज नहीं मिले। नितिन ने पुलिस को बताया, उसने चार दिन के बाद दुकान खोली। पौने चार बजे का समय था, दुकान खोल ही पाए थे। इसी बीच ब्रेकर बनाने को लेकर झगड़ा हो गया। सीसी टीवी कैमरा ऑन था। अगर दुकान बंद नहीं करते तो बवाली उसकी दुकान को भी तहस-नहस कर देते। दुकान पर काम करने वाले एक युवक को भी पथराव से चोट आई है।
सीओ कुलदीप ने मौका मुआयना करने के बाद बवालियों की तलाश में टीम बनाई। कोतवाली, प्रेमनगर, इज्जतनगर, बारादरी और किला थाने के इंस्पेक्टर फोर्स के साथ पहुंचे। देखते ही देखते पूरा इलाका छावनी बन गया। 40-50 पुलिस कर्मचारियों की डयूटी लगा दी गई।
दीवारों में लगी गोलियां
बवालियों ने पुलिस के सामने बेखौफ होकर फायरिंग की। जमकर पथराव किया गया। गोलियों के निशान दीवारों पर साफ दिखाई दे रहे थे। सूर्या बैंक्वेट हॉल से नीम की मठिया तक पूरी सड़क ईंट-पत्थर से पटी हुई थी। पुलिस ने वीडियो रिकार्डिंग की। इसके बाद पूरी घटनाक्रम की रिपोर्ट तैयार की गई। बवालियों के नाम और पते नोट किए। पुलिस ने कुछ आरोपियों के यहां दबिश दी, लेकिन कोई हाथ नहीं आया। घरों में बच्चे और महिलाएं मिलीं।
एक भी आरोपी बचना नहीं चाहिए
एसएसपी जोगेंद्र सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर दोनों घायलों से मुलाकात की। घटना के बारे में जानकारी ली। इसके बाद नीम की मठिया के पास घटनास्थल पहुंचे। वहां मौजूद कुछ लोगों से घटना के बारे में पता किया। सीओ कुलदीप को निर्देश दिये किएक-एक आरोपी को चिन्हित करो। जिन्होंने ब्रेकर को लेकर झगड़ा शुरु किया था, उनकी गिरफ्तारी करो। सख्त से सख्त कार्रवाई करो, एक भी आरोपी बचना नहीं चाहिए।