नई दिल्लीः यूपी के सीएम योगी का कार्यालय भवन ‘एनेक्सी’ पर भगवा रंग के बाद अब उत्तर प्रदेश हज हाउस का रंग भी भगवा हो गया है।लखनऊ में यूपी हज कमेटी की दीवारों का रंग सफेद-हरे से शुक्रवार को भगवा रंग में रंगा दिखा। जानकारी के अनुसार अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड की तरफ से हज हाउस में भगवा रंग कराया गया है। इससे पहले इन दीवारों पर सफेद और हरा रंग था।यूपी हज हाउस की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
कई उलेमाओं और विपक्षी पार्टियों ने राज्य सरकार के इस कदम की आलोचना की है। हालांकि यह पहला मामला नही है जब राज्य सरकार ने किसी सरकारी महकमे का भगवाकरण किया हो।
आज जब यूपी के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मोहसिन रजा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस पर किसी भी तरह का विवाद खड़ा करने की बातों को खारिज किया। मंत्री जी ने कहा कि भगवा रंग ऊर्जा का प्रतीक है।मोहसिन रजा ने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा, ‘इसमे किसी भी तरह के विवाद का सवाल ही नहीं उठता है, भगवा रंग ऊर्जा और उज्ज्वलता को दर्शाता है, बिल्डिंग खूबसूरत दिख रही है, विपक्षी दलों के पास हमारे खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है इस वह बेवजह के मुद्दों को उठाते है’।
There is no need for controversy in such things, saffron is an energetic and bright looking colour, the building looks beautiful. Opposition has no big issues against us so they raise inconsequential things: Mohsin Raza,UP Minister on Haj House painted saffron pic.twitter.com/ZsvWLJt4wv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 5, 2018
आपको बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सीएम ऑफिस एनेक्सी पर भगवा रंग पुतवाया था। इसके अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय में रखे गये तौलिये भगवा रंग के हैं।साथ ही वहां लगे पर्दे भी हल्के केसरिया रंग के हैं।यूपी में योगी सरकार बनने के बाद सबसे पहले गाडियों में सीटों पर भगवा रंग के तौलिए, स्टेज पर भगवा रंग, भगवा रंग के कालीन, मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कमरों में भगवा रंग के पर्दे और यहां तक की सरकारी बस भी भगवा रंग में रंगी गई।
हाल में मुख्यमंत्री ने भगवा रंग से रंगी 50 बसों के एक बेड़े को हरी झंडी दिखायी थी। यहां तक कि इस मौके के लिये सजाये गये मंच पर भी केसरिया पर्दें और गुब्बारे लगाये गये थे। इसके अलावा राज्य के प्राथमिक स्कूलों में विद्यार्थियों को केसरिया रंग के बैग दिये गये थे।साथ ही सरकार के 100 दिन तथा छह माह पूरे होने पर प्रकाशित पुस्तिकाएं भी भगवा रंग की थीं।