बरेली। शनिवार को दोपहर बरेली क्लब मैदान में उत्तरायणी मेला शुरू हो गया। मेले का शुभारम्भ रंगयात्रा के साथ देवी नन्दा और सुनन्दा की पालकी निकाल कर किया गया। देवी की आकर्षक पालकी के साथ लोग छौलिया नृतकों के साथ झूमते – नाचते चल रहे थे। यह रंगयात्रा कोतवाली से शुरू होकर बरेली क्लब पहुंचकर सम्पन्न हुई।
इस दौरान आकर्षक झांकियों में पर्वतीय सांस्कृति की झलक लोगों को मोहित और मेले में आमंत्रित कर रही थी। समिति के पदाधिकारियो के साथ झांकियों के संचालक बरेली क्लब मैदान पहुंचे। रास्ते मे जगह जगह झांकियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
उत्तराखंडी संस्कृति में रचे लोग
मेले के मुख्य आकर्षण छौलिया नृतकों की टीम ने शानदार नृत्य से सभी का मन मोह लिया। पहाड़ के पारंपरिक वेशभूषा में लोग पूरी तरह उत्तराखंडी संस्कृति में रचे बसे दीख रहे थे। लग रहा था समूचा पहाड़ उतर कर बरेली की सड़कों पर आ गया हो। मेला तीन दिन चलेगा। मेले में दैनिक उपयोग एवं पर्वतीय विशेषताओं से परिपूर्ण तमाम स्टॉल लगाये गये हैं। बरेली के लोगों को साल भर इस मेले का इंतजार रहता है।