आंवला। अन्नदाता किसान ने पसीना बहाकर जो आलू उगाया। समय आने पर बेचने के लिए उसे कोल्ड स्टोर में रखवाया। लेकिन समय के फेर में फंसकर आलू को कोल्ड स्टोर में रखने का किराया उसके मूल्य से ज्यादा हो गया। हारकर वह कोल्ड स्टोर से आलू निकालने ही नहीं आया। स्टोर में जगह खाली करने को कोल्ड स्टोर स्वामी ने आलू को सड़क किनारे फिंकवा दिया। बुधवार को उसी आलू ने शहर भर में हलचल पैदा कर दी। आज एसडीएम, नगर पालिकाध्यक्ष और अन्य सरकारी अमले ने आलू पड़े स्थान का निरीक्षण किया और वहां सफाई के लिए टीम लगायी।

बता दें कि बुधवार को किसानों द्वारा आंवला-बदायूं रोड पर किसानों द्वारा आलू फेंके जाने की सूचना से शहर में हलचल पैद हो गयी थी। क्षेत्र के कुछ किसानों ने कहा कि बाजार में नया आलू आने के बाद कोल्ड स्टोर में रखे पुराने आलू का सही भाव बाजार में नहीं मिल पा रहा है। इस बीच कोल्ड स्टोर मालिक का कहना है कि किसान आलू को कोल्ड स्टोर में रख जाते हैं और कुछ लोग आलू को लेने ही नहीं आते हैं।

कोल्ड स्टोर मालिक भी क्या करें। छोटा आलू सड़क किनारे फेंका गया है। आलू फेंके जाने की सूचना पर उपजिलाधिकारी आंवला ममता मालवीय मौके पर पहुंची और आलू शीघ्र हटवाये जाने का निर्देश दिया। साथ ही नगरपालिका परिषद आंवला के चेयरमैन संजीव सक्सेना अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बदायूं रोड़ पर सफाई अभियान भी चलाया।

उपजिलाधिकारी का कहना है कि जिस कोल्ड स्टोर ने भी आलू सड़क किनारे फेंका है वह आलू तुरंत हटवा दें। चेयरमैन संजीव सक्सेना के साथ दुर्गेश सक्सेना, अज्जू गुप्ता, दिबाकर शर्मा, हरिओम सक्सेना और सफाई नायक और सफाई कर्मचारी भी मौजूद रहे।

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