कासगंज। गणतंत्र दिवस पर कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता की हत्या के मुख्य आरोपी सलीम को आज जेल भेज दिया गया। इससे पहले उसे कोर्ट में पेश किया गया था। बता दें कि कासगंज हिंसा के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ केंद्र सरकार भी बेहद गंभीरता से ले रही है।
चंदन गुप्ता की हत्या के मामले में पुलिस तथा एसटीएफ ने एक बड़ा अभियान चलाया। इसी अभियान में बुधवार को मुख्य आरोपी सलीम को पकड़ा था। सलीम को कल गिरफ्तार कर लिया गया था। आज उसे कोर्ट में पेश किया गया फिर वहां से उसको जेल भेज दिया गया। पुलिस ने कल देर रात दो बजे सलीम की रिमांड ली थी। सलीम को पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सलीम को हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। इससे पहले बुधवार को एसटीएफ और पुलिस टीमों ने सलीम से पूछताछ की और हत्या में इस्तेमाल पिस्टल को बरामद किया। पूछताछ के बाद फरार चल रहे सलीम के भाई वसीम और नसीम पर भी शिकंजा कसा गया है।
बता दें कि गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान कासगंज में हिंसा हुई थी। इसमें चंदन गुप्ता के मारे जाने के बाद माहौल बिगड़ गया था। शहर में चार दिन तक माहौल बेहद अशांत रहा। इस दौरान इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया था। इससे पहले कल एसटीएफ और पुलिस टीमों ने सलीम से पूछताछ की और हत्या में इस्तेमाल पिस्टल बरामद किया। पूछताछ के बाद फरार चल रहे सलीम के भाई वसीम और नसीम पर भी शिकंजा कसा गया है और उनकी भी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है।
चंदन गुप्ता हत्याकांड में तीन भाई सलीम, वासिम और नसीम मुख्य आरोपी हैं। कासगंज हिंसा के दौरान शहर में आगजनी की सात एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। चंदन हत्याकांड के नामजद आरोपियों की लिस्ट में सलीम, वसीम, नसीम मुख्य आरोपी हैं। इनके अलावा जाहिद जग्गा, आसिफ हिटलर को भी आरोपी बनाया गया है।
असलम, असीम, नसरुद्दीन, आकरम, तौफीक, खिल्लन, शबाब, राहत, सलमान, मोहसिन, साकिब, बब्लू, नीशू और वासिफ को भी आरोपी बनाया गया है। इस मामले की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी ने मुख्य आरोपियों के घर की तलाशी भी ली है। इस दौरान एक डबल बैरल बन्दूक, एक देसी सिंगल बैरल बन्दूक, छह कारतूस और आठ खोखे बरामद किए गए हैं। आगरा एडीजी अजय आनंद के अनुसार, आरोपियों को पकडऩे के लिए एसटीएफ को लगाया गया है। साथ ही आगरा-अलीगढ़ मंडल की पुलिस भी अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
CM योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से लिया स्थिति का जायजा
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल शाम को वीडियो कांफ्रेंसिंग से कासगंज जिला प्रशासन से वहां की स्थिति का जायजा लिया। इस बैठक में कासगंज के जिलाधिकारी आरपी सिंह नहीं थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एसपी, सीडीओ और एडीएम से कासगंज का अपडेट लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया और कहा कि किसी भी बेगुनाह को परेशान न किया जाए। उन्होंने कहा कि मामले की जांच गंभीरता से हो और किसी भी दोषी को बख्शा न जाए।
उत्तर प्रदेश सरकार ने कासगंज हिंसा मामले में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट केंद्र को भेज दी है। रिपोर्ट में कानून व्यवस्था को लेकर पैदा हुई स्थिति, मौजूदा स्थिति और कार्रवाई के बारे में बताया गया है। इस मामले में 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा में दर्ज पांच एफआईआर के तहत 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 81 लोगों को धारा-144 के उल्लंघन के आरोप में अरेस्ट किया गया।
कासगंज हिंसा के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ केंद्र सरकार भी बेहद गंभीर है। केंद्र सरकार के मांगने पर प्रदेश सरकार ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में कानून व्यवस्था को लेकर पैदा हुई स्थिति, मौजूदा स्थिति और कार्रवाई के बारे में बताया गया है। इस मामले में 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा में दर्ज पांच एफआईआर के तहत 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 81 लोगों को धारा-144 के उल्लंघन के आरोप में अरेस्ट किया गया है।