यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2018लखनऊ। यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2018 के दूसरे दिन बुधवार को रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में डिफेंस इन्वेस्टर्स सेल बनाए जाने की घोषणा की गई। इस बारे में रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने समिट में कहा कि डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर बनाए जाने जाने की दृष्टि से इस सिस्टम का बेहद अहम रोल होगा। टेक्नोलॉजी के साथ डिफेंस के क्षेत्र में आगे काम करना है। इसके लिए एक टास्क फोर्स भी बनाई जाएगी।

समिट में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने अपनी बात रखते हुए कहा कि डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाए जाने के प्रधानमंत्री की घोषणा बहुत ही महत्वपूर्ण है मैं इससे इसे समझता हूं कानपुर से जुड़ा होने के कारण वहां पर एयरफोर्स मैन फैक्ट्री पर शोध के क्षेत्र में काम हो रहा है जिसे मैं करीब से इसे समझ रहा हूं. महाना ने कहा कि कानपुर उत्तर प्रदेश में इंडस्ट्री के लिहाज से बेहद खास है मैं यहां उद्योगपतियों को आमंत्रित करता हूं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समिट में संबोधित करते हुए कहा कि डिफेंस मैनुफैक्चरिंग सत्र में श्रीमती निर्मला सीतारमण की मौजूदगी मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मैं दिल्ली में निमंत्रण देने के लिए गया था तो रक्षा मंत्री जी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में डिफेंस प्रोडक्शन कॉरिडोर की स्थापना यूपी में हो सकती है। सीएम ने कहा कि एयरोस्पेस के क्षेत्र में जो व्यापक संभावनाएं हैं।

बहुत बड़ा बाजार है यूपी

यूपी बहुत बड़ा बाजार है। इससे बड़ा बाजार दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा। इसमें रक्षा मंत्री ने उत्तर प्रदेश की दृष्टि से जो विशेष रुचि ली है उसके लिए हम आभारी हैं। उन्होंने कहा की यूपी में बहुत व्यापक संभावनाएं हमारे पास हैं। डिफेंस प्रोडक्शन कॉरिडोर के लिए उत्तर प्रदेश में बहुत ही अनुकूल वातावरण है। पूरी दुनिया के अंदर हार्डवेयर क्षेत्र में अलीगढ़ की अपनी एक छवि है लेकिन उसे कभी प्रमोट नहीं किया गया। ऐसे ही अलग-अलग जिले में इन्वेस्टर्स समिट पूरी डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की योजना प्रारंभ की है।

सीएम ने कहा कि ईस्टर्न कॉरिडोर और वेस्टर्न कॉरिडोर यूपी से होकर जाते हैं और इन दोनों का मिलन दादरी में होता है। सिंगल विंडो पोर्टल को कल प्रधानमंत्री के द्वारा लागू किया गया है, इसमें 20 विभागों की सेवाएं एक साथ लागू होंगे। लैंड बैंक का डाटा जीआईएस के माध्यम से तैयार कर रहे हैं। वायुयान और एयरोस्पेस के मैन्युफैक्चरिंग के लिए भी व्यापक संभावनाएं हैं।

वहीं, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि डिफेंस के क्षेत्र में अगले 50 साल में क्या करना है सेना के अधिकारी जो ड्यूटी में हैं वह फिक्की के साथ संपर्क बनाए हुए हैं और इन सब चीजों को लेकर बात कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हम स्मॉल स्केल इंडस्ट्री से भी बात करेंगे कि रक्षा के क्षेत्र में अगले 50 साल में हम क्या करने जा रहे हैं और क्या कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि कोई ऐसा आइडिया है जो सेना के लिए उपयोगी है तो आप मुझे उसे भेज सकते हैं। हमसे संपर्क कर सकते हैं।

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