बरेली। रबर फैक्ट्री के कर्मचारियों ने सिंथेटिक एंड केमिकल्स कर्मचारी यूनियन के बैनर तले मंगलवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर अपना प्रॉविडेण्ड फण्ड मांगा। प्रदर्शन के दौरान कमर्चारियों ने डीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद ज्ञापन सौंपकर तत्काल पीएफ देने की मांग की।
PF के इंतजार में हो चुकी हैं 450 मौतें
कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे अशोक मिश्रा ने कहा कि रबड़ फैक्ट्री को ना तो विधिवत बंद घोषित किया गया और ना ही क्लोजर घोषित किया है। उन्होंने कहा कि 15 जुलाई 1999 से अवकाश की घोषणा कर कर्मचारियों को घर बैठा दिया गया। अशोक का कहना था कि हम लोगों की 17 माह की भविष्य निधि राशि 18 वर्ष से लंबित है। इस प्रॉविडेण्ड फण्ड के इंतजार में लगभग 450 मौतें हो चुकी हैं।
उनका कहना है कि फैक्ट्री की जिस जमीन को अधिग्रहित किया गया, उसकी मुआवजा राशि प्रशासन के पास जमा है। इस राशि से ही कर्मचारियों को भुगतान होने को था। इस बीच जिलाधिकारी ने एफआईआर लिखवा दी। इससे कर्मचारियों को मिलने वाला भुगतान फिर अटक गया। उन्होंने तत्काल पीएफ का भुगतान कराने की मांग की है।