बाथरूम से गायब होंगे बाथटब
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नयी दिल्ली। जल्द ही हो सकता है कि बाथटब पांच सितारा होटलों के बाथरूम से गायब हो जाये। ताज, ओबेराय, आईटीसी से लेकर फाइव-स्टार होटल के सभी बड़े ग्रुप अपने होटलों के गुसलखानों में बाथटब की सुविधा की समीक्षा कर रहे हैं। ये 5 स्टार होटल अपने यहां बाथटब के बदले शॉवर बाथ की सुविधा देने पर विचार कर रहे हैं।

आमतौर पर बाथटब को पांच सितारा होटलों में अनिवार्य सुविधा के रूप में देखा जाता है। अब कई चीजों को जोड़कर देखने के बाद बाथटब हटाने का फैसला लिया जा सकता है। बता दें, कुछ दिन पहले ही दुबई के एक पांच सितारा होटल में बाथटब में डूबने से श्रीदेवी की मृत्यु हो गई थी।

ये है बाथटब हटने की वजह

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, ताज, ओबेरॉय और आईटीसी समेत सभी बड़े उद्योग खिलाड़ी अपने पांच सितारा गुणों में बाथरूम कॉन्फिगरेशन का पुनः मूल्यांकन कर रहे हैं। दरअसल, यह उन यात्रियों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है जो अच्छी सुविधा के साथ जल्दी बाथ लेना पसंद करते हैं। इसके अलावा, इस कदम को उन नियमों में बदलाव से देखा जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि पांच सितारा होटल में बाथटब जैसी सुविधा की जरूरत नहीं है।

शॉवर सुविधा का बढ़ा रुझान

शॉवर सुविधा का रुझान मोटे तौर पर बेंगलुरु के नोवेटेल, मुंबई के ताज, विवांता जैसे बड़े होटलों में देखा जा रहा है। हालांकि, जयपुर के फेयरमोंट और केरला के ताज कुमारकम जैसे लग्जरी जगहों पर बाथटब की सुविधा मिलती रहेगी। नोवोटेल, सोफिटेल और इबिस जैसे ब्रांड संचालित करने वाले एक्कोर होटल के भारत में वाइस प्रेसीडेंट शिव कश्यप के मुताबिक, बाथटब को बाहर करने का निर्णय कई चीजों के मद्दनेजर लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाथटब होटल ब्रांड और मेहमानों की रुचि पर ही उपलब्ध होंगे।

इन होटल्स में नहीं है बाथटब की सुविधा

बता दें कि मैरियट और हिल्टन जैसे होटलों ने पहले से ही बाथटब जैसी सुविधाएं बंद कर रखी हैं। वहीं, देश में 30 से ज्यादा होटल चलाने वाले ओबेराय ग्रुप के मुताबिक, उसके होटलों मे दस प्रतिशत से भी कम में बाथटब का उपयोग होता है। ओबरॉय प्रवक्ता के मुताबिक, हम अपने आगामी प्रोजेक्ट के लिए बाथटब की जरूरत पर विचार कर रहे हैं। वहीं, आईटीसी के सीईओ दीपक हासकर के मुताबिक होटल कारोबार से जुड़े नियमों के बदलने से बाथरूम में काफी जगह बचेगी और इसे आधुनिक बनाया जा सकेगा।

पानी का नुकसान भी बचेगा

एक्कोर होटल्स के वाइस प्रेसिडेंट शिव कश्यप के मुताबिक, बाथटब हटने से जल संरक्षण भी होगा। बाथटब में एक व्यक्ति के इस्तेमाल के लिए करीब 370 लीटर पानी का नुकसान होता है, वहीं शॉवर बॉथ से सिर्फ 70 लीटर में काम चल जाता है. इसके अलावा बाथटब जगह घेरता है।

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