आंँवला। क्षेत्र के ग्राम मनौना में निर्माणाधीन सड़क के साथ बनाई जा रही नाली में गंदे पानी के निकास को लेकर दो पक्षों में विवाद की स्थिति बनी हुई है। एक पक्ष ने आंवला पालिकाध्यक्ष के साथएसडीएम से मिलकर समस्या के समाधान की बात कही है।

हालांकि इससे पूर्व पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना ने दोनों पक्षों से बातचीत कर आपसी सहमति बनाकर पानी का निकास निकालने का प्रयास किया परन्तु बात बनती न देख गांव के लोग चेयरमैन के साथ उपजिलाधिकारी के आवास पर पहुंचे। वहीं ग्राम प्रधान ने भी उपजिलाधिकारी से मिलकर समस्या के समाधान की बात कही।

http://www.pnn24.com/2018/03/osho-4.htmlयह है विवाद

ग्राम में मोहल्ला घेर में मिश्रित आबादी है। जहां पुरानी मस्जिद के पास से सडक निर्माण किया जा रहा है जिसके दोनों ओर नाली बनाई जा रही है। नाली में मस्जिद के पास बनी दूसरे पक्ष के घरां के पानी का बहाव भी दिया जा रहा इसी को लेकर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई है।एक पक्ष के सगीर व गब्बर पुत्र जमील का कहना है कि मस्जिद के पानी का बहाव बहुत पहले से होता आ रहा है। इसे नहीं रोका जा सकता है। दूसरे पक्ष के होरीलाल, मुरारीलाल, राजेश पाल, राजवीर, सुरेश, धर्मवीर लाखन, जाहिद, जयदीप पारासरी, अवनेश शंखधार आदि का कहना है कि मस्जिद के पानी के बहाव से हमें कोई आपत्ति नहीं है परन्तु आसपास के घरों के गंदे पानी का बहाव हमारी ओर किया जा रहा है जोकि सरासर गलत है।

कहना है कि बड़ा नाला चोक पड़ा है कई वर्षों से उसकी सफाई नहीं हुई है, ऐसे में यहां बरसात में जलभराव हो जाता है। अगर नाले की सफाई नहीं हुई और अन्य घरों का पानी भी इसमें जोड़ दिया गया तो यहां जलभराव की स्थिति पैदा हो जाएगी।

ये है पक्षों का कहना

ग्राम प्रधान पति नियाज अहमद पप्पू का कहना है कि नियामानुसार सड़क के दोनों ओर नालियां बनाई जा रही है, जिनका पानी आगे जाकर नाले में मिल जाएगा। सीसी रोड को काटकर पानी का वहाव दूसरी ओर नहीं किया जा सकता है। उपजिलाधिकारी मौका मुआयना कर जो भी निर्णय लेगीं वह हमें मान्य होगा।

पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना का कहना है कि मस्जिद व मंदिर दोनों ही पवित्र जगह हैं दोनों ही इबादतगाह हैं। इनके सामने गंदे पानी का निकास और गंदगी रहना अच्छी बात नहीं है। हमारी सरकार तो भारत स्वच्छता अभियान चलाकर स्वच्छ भारत करने का प्रयास कर रही है, ऐसे में मस्जिद के सामने गंदे पानी की नाली का क्या औचित्य है।

पूर्व प्रधान अजय पुरी का कहना है कि काफी समय पहले पूर्व प्रधान अबरार हुसैन के समय मस्जिद के सामने गंदगी व जलभराव को देखते हुए मस्जिद से पहले जो घर बने ने उनका पानी सडक पर बीच में कट करके दूसरी दिशा मे मोड दिया था। मस्जिद का पानी इस ओर आता है जिसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं है।

ममता मालवीय उपजिलाधिकारी का कहना है कि मौका मुआयना कर सभी पक्षों से बातचीत का समस्या का निदान किया जाएगा।

पालिका कर्मचारी को फटकार

जब पालिकाध्यक्ष संजीव सक्सेना अन्य लोगों के साथ उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे तो वहां बाहर पडी गंदगी देख बिफर पड़े। उन्होंने वही पालिका के सफाई कर्मचारी को फटकार कर स्वच्छता पर गंभीरता से काम करने को चेताया।

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