बरेली : हजरत अली की यौम-ए-विलादत पर रविवार को खानकाह-ए-नियाजिया से जुलूस निकाला गया। कयादत डॉ. कमाल मियां नियाजी ने की। इस जुलूस में बड़ी तादात में अकीदतमंद ने शिरकत की। जुलूस ख्वाजा कुतुब से बिहारीपुर होता हुआ अपने कदीमी रास्ते से गुजर कर इमामबाड़ा फतेह निशान पहुंचा।
फू ल बरसाकर इस्तकबाल
हजरत अली की यौम-ए-विलादत पर जगह-जगह फूलों से जुलूस का इस्तकबाल किया गया। मुतावल्ली फतेह निशान जाफर नियाजी ने फूल बरसाकर जुलूस का इस्तकबाल किया।फिर सलातो सलाम का नजराना पेश हुआ और मुल्क के लिए दुआ की गई।
मौला अली से सबक लेने की दी नसीहत
मौला अली की अजमत को बयां करते हुए डॉ. कमाल मियां नियाजी ने कहा कि हम उनकी जश्न-ए-विलादत मना रहे हैं, जिनके लिए रसूले खुदा ने फरमाया कि मैं और अली एक नूर से पैदा हुए हैं। खुदा ने फरमाया कि जिसका मैं मौला उसका अली मौला। उन्होंने मौजूद सभी से अली मौला के बताए रास्ते पर चलने को कहा।
मौके पर मौजूद रहे
किला स्थित शिया जामा मस्जिद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस मौके पर सय्यद यावर अली नियाजी, हमजा मियां नियाजी शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार, इमरान, अरशद पठान, मोहम्मद शाहबाज, मोहम्मद नईम, सतीश रोहतगी, फरहत नकवी आदि मौजूद रहे।
राहगीरों को शर्बत पिलाया
मौला-ए-कायनात हजरत अली के यौमे विलादत के मौके पर मेरा हक फाउंडेशन और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने राहगीरों को शर्बत पिलाया।