बरेली : प्रभु यीशु की याद में जाग रहे लोगों को रविवार की भोर में जैसे ही उनके जी उठने का संदेश मिला, वैसे ही चर्च में जन सैलाब उमड़ पड़ा। ईस्टर सनराइज सर्विस के दौरान अनुयायियों ने चर्चो में कर प्रभु का गुणगान किया।

प्रभु यीशु को किया नमन 

शनिवार देर रात्रि करीब तीन बजे मिशन कालोनी, सेमनरी कंपाउंड, इंग्लिश मैथोडिस्ट चर्च, मिशन अस्पताल परिसर, सुभाष नगर, वीर भट्टी व सदर मैथोडिस्ट चर्च व अन्य स्थानों से लोगों ने प्रभातफेरी निकली। जलती मोमबत्तियां व विभिन्न झांकियों के साथ क्राइस्ट मैथोडिस्ट चर्च पहुंच जिंदा हुए मानवता के रखवाले प्रभु यीशु को नमन किया।

ईस्टर मिलन आज दोपहर तीन बजे से

मैथोडिस्ट चर्च के मीडिया प्रभारी जसवंत शैपर्ड प्रसाद ने बताया कि सोमवार को ईस्टर मिलन व संयुक्त ईस्टर मेला मैथोडिस्ट गल्र्स इंटर कॉलेज छात्रवास के ग्रांउड में दोपहर तीन बजे से रात्रि नौ बजे तक होगा।

गीत प्रस्तुत कर किया भाव-विभोर 

क्वायर व मैथोडिस्ट यूथ फैलोशिप के जवानों ने मेरी इस जिंदगी की हर खुशी मेहरबानी है तेरी ..जैसे मसीह गीत प्रस्तुत करके भाव-विभोर किया।

सहयोग रहा

कार्यक्रम में पादरी सुनील के मसीह, डॉ. हेरीसन राय, एसयू प्रसाद, प्रमोद नंदा, अनुज मैसी, सोलोमन सिंह, रेव्ह.अलवा चरन तथा आइएन लायल, डॉ. डॉनेल्ड बी लाल, आदि का सहयोग रहा।

मसीह धर्म का प्रवर्तक है जीवित

कैंट स्थित फ्रि विल बैप्टिस्ट चर्च में भी ईस्टर सनराइज सर्विस का आयोजन हुआ। अनुयायियों ने चौकी चौराहा से प्रभात फेरी शुरू की, जो बड़ा डाकखाना होते हुए चर्च आकर समाप्त हुई। जहां पादरी सुनील सी लाल ने कहा, मसीहत ही एक ऐसा धर्म है जिसका प्रवर्तक जीवित है।

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