बरेली। सरकारी भूमि पर कब्जा कर दुकान और उसके ऊपर घर बना लिए गए। कोहाड़ापीर चौराहे से कृष्ण लीला कॉम्प्लेक्स के बीच जब नगर निगम की टीम गुजरी तो ऐसे नजारे कई जगह देखने को मिले। अवैध कब्जा कर बनाए गए ऐसे निर्माण ध्वस्त कर दिए गए। नीचे दुकान और ऊपर मकान टूटने लगे तो चीख-पुकार मच गई। विरोध करते-करते एक महिला बेहोश हो गई। इस पर टीम ने आवास वालों को एक दिन का समय दे दिया।
नगर निगम के अतिक्रमण दस्ता प्रभारी जयपाल सिंह पटेल के नेतृत्व में टीम ने मंगलवार को कोहाड़ापीर पॉवर हाउस से द राइजिंग बरातघर तक अतिक्रमण हटाया। अंसार ने दुकान और उसके ऊपर आवास बना लिया था। बुलडोजर ने उसे तोड़ना शुरू किया तो ऊपर घर में मौजूद पत्नी व बच्चे चीखने लगे। घर टूटने के घबराकर ऊपर मौजूद एक महिला बेहोश हो गई। इस पर टीम ने उन्हें एक दिन का समय दिया और आगे बढ़ी।
पप्पू की अवैध दुकान, एहसान की दुकान, स्नो फ्लैक का अवैध गेट व दीवार, शमशुद्दीन का अवैध वर्कशॉप, विनोद की दुकान, शैलेंद्र कुमार की दुकान, अजय कुमार सिंघल का वर्कशॉप, आसिफ की दुकानें, मसूद की दुकान समेत कई गेट और दीवार, छज्जा आदि ध्वस्त कर दिया। इस दौरान संजीव कुमार, हीरा लाल, आनंद स्वरूप अग्रवाल समेत अन्य मौजूद रहे।
अतिक्रमण हटाया तो आपस में ही भिड़ने लगे लोग
नगर निगम की टीम ने दुकानों के ऊपर बने आवासों को खुद ही तोड़ने के लिए उन्हें एक दिन का समय दिया और आगे बढ़ गए। इस पर आगे वाले अतिक्रमणकारी ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए सभी का अतिक्रमण तोड़ने को कहा। इसी बात पर अतिक्रमण करने वाले दोनों लोगों की आपस में ही बहस होने लगी। टीम के साथ मौजूद होमगार्ड ने उन्हें समझाया। लोगों ने महापौर के खिलाफ नारेबाजी भी की।
करीब दस फिट तक किए थे अतिक्रमण
सड़क किनारे सरकारी भूमि पर लोगों ने करीब दस फिट तक अतिक्रमण कर लिए थे। वहां दुकानें बनाकर कारोबार कर रहे थे। इतना ही नहीं दुकानों के ऊपर आवास में पूरा परिवार रह रहा था। कई वर्कशॉप भी वहां बना लिए गए।
बाकरगंज में कराई मुनादी
कोहाड़ापीर रोड के बाद टीम ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई की 22 शिकायतों को निपटाया। इसके बाद टीम ने बटलर प्लाजा के सामने से खोखे आदि हटाए। वहां से टीम बाकरगंज पहुंची। बाकरगंज में लोगों को अतिक्रमण हटाने की मुनादी की। बुधवार को वहां अतिक्रमण हटाया जाएगा।