आज का पंचांग

तिथि: दशमी, 30:42तक

नक्षत्र: श्र‌ावण, 23:14 तक

योग: साध्य, 29:21 तक

प्रथम करण: वणिजा, 17:38 तक

द्वितिय करण: विष्टि, 30:42 तक

वार: मंगलवार

शुभ मुहूर्त

अभिजीत: 11:54 − 12:44

अमृत कालम्: 11:38 − 13:२5

अशुभ मुहूर्त

गुलिक काल: 12:19 − 13:53

यमगण्ड: 09:11 − 10:45

दूर मुहूर्तम्: 18:37 − 18:39
28:50 − 30:28

व्रज्याम काल: नोने

राहू काल: 15:27 − 17:01

अतिरिक्त जानकारी

सूर्योदय: 06:03

सूर्यास्त: 18:35

चन्द्रोदय: 02:21

चन्द्रास्त: 13:26

शक सम्वत: 19४० विलम्बी

अमान्ता महीना: चैत्र

पूर्णिमांत: वैशाख

सूर्य राशि: मीन

चन्द्र राशि: मकर

पक्ष: कृष्ण

श्री हनुमान जी की स्तुति

नमो केसरी पूत महावीर वीरं,
मंङ्गलागार रणरङ्गधीरं।

कपिवेष महेष वीरेश धीरं,
नमो राम दूतं स्वयं रघुवीरं।

नमो अञ्जनानंदनं धीर वेषं,
नमो सुखदाता हर्ता क्लेशं।

किए काम भगतों के तुमने सारे,
मिटा दुःख दारिद संकट निवारे।

सुग्रीव का काज तुमने संवारा,
मिला राम से शोक संताप टारा।

गये पार वारिधि लंका जलाई,
हता पुत्र रावण सिया खोज लाई।

सिया का प्रभु को सभी दुःख सुनाया,
लखन पर पड़ा कष्ट तुमने मिटाया।

सभी काज रघुवर के तुमने संवारे,
सभी कष्ट हरना पड़े तेरे द्वारे।

कहे दास तेरा तुम्हीं मेरे स्वामी,
हरो विघ्न सरे नमामी नमामी।

काज किए बड़ देवन के तुम,
बीर महाप्रभु देखि बिचारो।

कौन सो संकट मोर गरीब को,
जो तुमसों नहिं जात है टारो।

बेगि हरो हनुमान महाप्रभु,
जो कुछ संकट होय हमारो॥

को नहिं जानत है जग में कपि,
संकटमोचन नाम तिहारो॥

संकट कटै मिटै सब पीरा,
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।

दीनदयाल बिरिदु सम्भारी !
हरहु नाथ मम संकट भारी !!

राम सिया राम सिया राम जय जय राम!
राम सिया राम सिया राम जय जय राम!

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