बरेली : शनिवार को सिरौली क्षेत्र में आंवला-शाहबाद मार्ग पर हुई दर्दनाक दुर्घटना में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, दो साल के मासूम की हालत नाजुक बनी हुई है। पांचों लोग दावत खाकर बाइक से घर लौट रहे थे। तभी कंटेनर ने बाइक में टक्कर मार दी।हादसे में केवल एक बच्चा बचा है, जिसका उपचार चल रहा है। सभी थाना सिरौली क्षेत्र के ग्राम व्योधन खुर्द के निवासी थे।
थाना सिरौली के ग्राम व्यौधनबुजुर्ग गावं निवासी कमलवीर पुत्र जगदीश (25) ममेरे भाई टुन्नू के मंडप की दावत खाकर रामनगर स्थित घर लौट रहे थे। कमलवीर केसाथ तहेरी भाभी सवित्री पत्नी बबलू व उनके दो बच्चे लवीश, आयुष और चचेरी बहन रूपवती थी। पांचों लोग एक ही बाइक पर सवार थे। रास्ते में ग्राम लच्छमपुर मोड़ के पास शाहबाद की ओर से आ रहे कंटेनर ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी।
हादसे में कमलवीर, सवित्री व लवीश की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची एंबुलेंस से घायलों को सीएचसी रामनगर भेजा गया, लेकिन रूपवती ने जिला अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। दो साल के आयुष को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना के दौरान चालक कंटेनर लेकर भाग गया। पुलिस ने वायरलैस पर मैसेज दिया तो आंवला पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
मां की गोद में तोड़ा मासूम ने दम
हादसे में मां की गोद से चिपके लवीश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। खुद मौत से जूझ रही मां सावित्री आखिरी सांस तक बेटे लवीश को बचाने के लिए तड़पती रही। उसे अपनी गोद में चिपका लिया। कुछ ही देर में लवीश ने मां की गोद में दम तोड़ दिया। इसके बाद मां सावित्री ने भी दम तोड़ दिया।
यातायात की अनदेखी बनी हादसे की वजह
एक बाइक पर पांच लोग सवार थे, जबकि किसे ने भी हेलमेट नहीं पहना था। यातायात नियमों की अनदेखी भी हादसे की वजह बनी।
दूध दोहने के चक्कर में जल्दी लौट रही थीं सावित्री
बबलू की मां नत्थोदेवी ने बताया कि वह भी कार्यक्रम में गई थी। भैंस का दूध बबलू की पत्नी सावित्री ही दोहती थी। इसके चलते सावित्री कार्यक्रम से जल्दी आने लगी। सावित्री अपने साथ दोनों बच्चे लीवेश (5) व आयुष (2) साल को लेकर बाइक पर बैठ गई। कमलवीर बाइक चला रहा था जबकि ननद रूपवती भी बाइक पर बैठ गई। लीवेश आगे बाइक पर बैठा था जबकि दो साल का मासूम आयुष मां की गोद में था। टक्कर लगते ही झटका लगने से आयुष दूर जा गिरा। इससे वह बच गया। जबकि बाइक पर बैठे लीवेश समेत सभी चारों लोगों की मौत हो गई।
जिला अस्पताल में हादसे में बचे आयुष के पास बैठी दादी बिलखती हुई
जिला अस्पताल में दादी नत्थोदेवी आयुष के पास बैठी रो रही थी। रामनगर में बेनीराम के घर पर उत्सव का माहौल था। रविवार को उन्हें बेटे की बरात लेकर जाना था। दुर्घटना की सूचना पहुंचते ही शादी के घर में मातम गया। वहीं कमलवीर के गांव में भी खलबली मच गई। एक साथ चार लोगों की मौत ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। कमलवीर की शादी हो चुकी है। उसके दो बच्चे भी हैं।